बागेश्वर: विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने भैरवाष्टमी पर कपकोट प्रखंड के कालभैरव मंदिर पोलिंग में कार्यक्रम आयोजित किया. सुदर्शन वाहिनी संगठन के कार्यकर्ता भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे. इस दौरान हिंदू समुदाय से किसी कारणवश कुछ परिवार दूसरे मजहब में चले गए थे. उन परिवारों की सनातन धर्म में वापसी कराई गई.
25 लोगों ने अपनाया हिंदू धर्म: विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष कैलाश सिंह गढ़िया ने कहा कि सनातन धर्म सबसे बड़ा धर्म है. क्षेत्र के कुछ परिवारों के पूर्वजों ने किसी कारण से धर्म परिवर्तन कर लिया था. ऐसे परिवारों के 25 सदस्यों की हिंदू धर्म में विधि विधान से वापसी कराई गई. उन्होंने स्वेच्छा से घर वापसी की. मां सरयू के पावन तट पर कार्यक्रम आयोजित किया गया. सरयू का जल लेकर सभी ने गायत्री मंत्र का जप किया. पंडितों ने मंत्रोच्चारण कर उन्हें सनातन धर्म की मान्यता और भव्यता के बारे में जानकारी प्रदान की.
सनातन में वापसी का किया गया स्वागत: गढ़िया ने कहा कि हिंदू समाज के इन सभी परिवारों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई. उन्होंने कहा कि हालांकि वह पूर्व में हिंदू ही थे. लेकिन कुछ धर्म विरोधियों के संरक्षण में आने के कारण वह भटक गए थे. जिले में ऐसे अन्य परिवारों तक भी संगठन जाएगा. उन्हें भी घर वापसी के लिए सनातन की भव्यता के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी. कार्यक्रम में क्षेत्र के लोगों ने भी बढ़चढ़कर सहभागिता की. इस दौरान प्रसाद वितरण भी किया गया.
कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित: कार्यक्रम में विहिप के प्रांत सह सत्संग प्रमुख पूरन सिंह रावत, जिला सहमंत्री तरुण सिंह कन्याल, कपकोट प्रखंड अध्यक्ष राजेंद्र सिंह कपकोटी, बजरंग दल अध्यक्ष मनीष कपकोटी, प्रखंड मंत्री हरीश उपाध्याय, सत्संग प्रमुख दीवान सिंह मेहता, बजरंग दल जिला संयोजक विजय परिहार, जिला सुरक्षा प्रमुख कुलदीप सिंह नागरकोटी, सुदर्शन वाहिनी संगठन उत्तराखंड प्रांत संगठन अध्यक्ष मनीष कपकोटी, मंत्री जगदीश सिंह गढ़िया, प्रांत धर्म प्रचारक विनोद सिंह कपकोटी, प्रवीन कपकोटी आदि उपस्थित थे.
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