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बागेश्वर: भीषण बारिश से तीन मकान क्षतिग्रस्त, 13 सड़कें बंद - 13 ग्रामीण सड़कें बंद

जिले में रविवार सुबह से तेज बारिश हो रही है. इससे जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. तेज बारिश के चलते जिले की 13 सड़कें बंद हो गई हैं. जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट पर है.

भारी बारिश से 13 सड़कें हुईं बंद.
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Published : Aug 18, 2019, 8:56 PM IST

बागेश्वर: जिले में रविवार सुबह से ही लगातार तेज बारिश जारी है. जिला आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार तेज बारिश के चलते दो मुख्य जिला मार्ग समेत 13 ग्रामीण सड़कें बंद हो गई हैं.

भारी बारिश से 13 सड़कें हुईं बंद.

यह भी पढ़ें: जहां चंद्रशेखर आजाद ने किया था निशानेबाजी का अभ्यास, गुमनामी का दंश झेल रहा पार्क

बारिश से बंद सड़कों को खोलने के लिए विभाग द्वारा जेसीबी मशीने भेज दी गई हैं. वहीं तेज बारिश के चलते कांडा तहसील के हाथरसीया, काफलिगैर तहसील के पासदेव और कपकोट तहसील के गोलना में कुल तीन मकान क्षतिग्रस्त हो गए. हालांकि घटना में जनहानि की कोई सूचना नहीं है. वहीं बारिश के चलते कठायतबाड़ा के समीप पिंडारी सड़क का एक हिस्सा धंस गया.

बागेश्वर: जिले में रविवार सुबह से ही लगातार तेज बारिश जारी है. जिला आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार तेज बारिश के चलते दो मुख्य जिला मार्ग समेत 13 ग्रामीण सड़कें बंद हो गई हैं.

भारी बारिश से 13 सड़कें हुईं बंद.

यह भी पढ़ें: जहां चंद्रशेखर आजाद ने किया था निशानेबाजी का अभ्यास, गुमनामी का दंश झेल रहा पार्क

बारिश से बंद सड़कों को खोलने के लिए विभाग द्वारा जेसीबी मशीने भेज दी गई हैं. वहीं तेज बारिश के चलते कांडा तहसील के हाथरसीया, काफलिगैर तहसील के पासदेव और कपकोट तहसील के गोलना में कुल तीन मकान क्षतिग्रस्त हो गए. हालांकि घटना में जनहानि की कोई सूचना नहीं है. वहीं बारिश के चलते कठायतबाड़ा के समीप पिंडारी सड़क का एक हिस्सा धंस गया.

Intro:एंकर- मौसम विभाग के हाई अलर्ट के बाद जिले में रविवार सुबह से तेज बारिस हो रही है। जिससे जन जीवन अस्तव्यस्त हो गया है। तेज बारिश के चलते जिले की 13 सड़कें बंद हो गयी। लगातार हो रही बारिश के चलते जिला प्रशासन औऱ आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट पर है।

वीओ- मौसम विभाग के हाई अलर्ट की सूचना फिर एक बार सही साबित हुई। राज्य समेत बागेश्वर जिले में रविवार सुबह से ही तेज बारिश का दौर जारी है। बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही। जिला आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार तेज बारिश के चलते दो मुख्य जिला मार्ग समेत 13 ग्रामीण सड़कें बंद हो गयी हैं। बंद सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी मशीने भेज दी गयी हैं। वहीं तेज बारिश के चलते कांडा तहसील के हाथरसीया, काफलिगैर तहसील के पासदेव और कपकोट तहसील के गोलना में कुल तीन मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। हालांकि घटना में जनहानि की कोई सूचना नहीं है। वहीं बारिश के चलते कठायतबाड़ा के समीप पिंडारी सड़क का एक हिस्सा धंस गया है।
जिले में सुबह से हो रही तेज बारिश ने 18 अगस्त 2010 की यादें ताजा कर दी हैं। आज ही के दिन 18 अगस्त, 2010 को विकास खण्ड कपकोट के अन्तर्गत भारी बारिश के चलते सरस्वती शिशु मन्दिर सुमगढ़ में भूस्खलन की चपेट में आने से 18 बच्चे दब गए थे। जिसमे 9 छात्र और 9 छात्राओं जिनकी उम्र 4 से 10 साल के बीच थी को जान गंवानी पड़ी थी। इस हादसे की नवीं बरसी पर मासूमों की स्मृति में जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भगवान से प्रर्थना कि भगवान उन सभी परिवारों को दुख सहन करने की क्षमता प्रदान करें। उन्होंने भावभीने शब्दों में कहा के इस दर्दनाक हादसे को भुला पाना यद्यपि सभी के लिए बहुत मुश्किल है किन्तु आपसी सहयोग और एकजुटता की भावना से प्रभावित परिवारों के दर्द को कुछ कम अवश्य किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ना केवल प्रभावित परिवारों के साथ खड़ा है बल्कि यह भी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि भविष्य में जनपद में ऐसे हादसे ना हो। जिले में हो रही तेज बारिश को देखते हुए सभी विभागों को अलर्ट पर रखा गया है।Body:वीओ- मौसम विभाग के हाई अलर्ट की सूचना फिर एक बार सही साबित हुई। राज्य समेत बागेश्वर जिले में रविवार सुबह से ही तेज बारिश का दौर जारी है। बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही। जिला आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार तेज बारिश के चलते दो मुख्य जिला मार्ग समेत 13 ग्रामीण सड़कें बंद हो गयी हैं। बंद सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी मशीने भेज दी गयी हैं। वहीं तेज बारिश के चलते कांडा तहसील के हाथरसीया, काफलिगैर तहसील के पासदेव और कपकोट तहसील के गोलना में कुल तीन मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। हालांकि घटना में जनहानि की कोई सूचना नहीं है। वहीं बारिश के चलते कठायतबाड़ा के समीप पिंडारी सड़क का एक हिस्सा धंस गया है।
जिले में सुबह से हो रही तेज बारिश ने 18 अगस्त 2010 की यादें ताजा कर दी हैं। आज ही के दिन 18 अगस्त, 2010 को विकास खण्ड कपकोट के अन्तर्गत भारी बारिश के चलते सरस्वती शिशु मन्दिर सुमगढ़ में भूस्खलन की चपेट में आने से 18 बच्चे दब गए थे। जिसमे 9 छात्र और 9 छात्राओं जिनकी उम्र 4 से 10 साल के बीच थी को जान गंवानी पड़ी थी। इस हादसे की नवीं बरसी पर मासूमों की स्मृति में जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भगवान से प्रर्थना कि भगवान उन सभी परिवारों को दुख सहन करने की क्षमता प्रदान करें। उन्होंने भावभीने शब्दों में कहा के इस दर्दनाक हादसे को भुला पाना यद्यपि सभी के लिए बहुत मुश्किल है किन्तु आपसी सहयोग और एकजुटता की भावना से प्रभावित परिवारों के दर्द को कुछ कम अवश्य किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ना केवल प्रभावित परिवारों के साथ खड़ा है बल्कि यह भी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि भविष्य में जनपद में ऐसे हादसे ना हो। जिले में हो रही तेज बारिश को देखते हुए सभी विभागों को अलर्ट पर रखा गया है।Conclusion:
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