बागेश्वर: कपकोट थाने में तैनात सिपाही पवन कुमार और एसआई अकरम खान को एसपी ने घर में घुस कर मारपीट करने के मामले में निलंबित कर दिया है. वहीं कोतवाल टीआर वर्मा को भी कपकोट थाने से हटा कर डीसीआर ऑफिस में अटैच कर दिया है. बता दें कि इस मामले में एसपी रचिता जुयाल को जांच के दौरान कई महत्वपूर्ण सुराग मिले थे. जिसके आधार पर कारवाई की गई.
एसपी रचिता जुयाल ने बताया कि इस वक्त लॉकडाउन के चलते लोग परेशान हैं. पूरे देश की पुलिस लोगों की मदद कर रही है. कपकोट थाने की पुलिस मारपीट पर उतारू हो जाय तो इसे बख्शा नहीं जाएगा.
गौरतलब है कि तीन दिन पहले कपकोट थाने में तैनात सिपाही पवन कुमार ने शराब के नशे में कपकोट के ही दुकानदार राजेंद्र प्रसाद का हाथ तोड़ दिया था. इस पूरे घटनाक्रम में एसआई अकरम खान की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई. एसपी ने पहले एसआई अकरम खान को अपने कार्यालय में अटैच किया. बाद में लाइन हाजिर कर दिया. जबकि सिपाही को निलंबित कर दिया.
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मामले की जांच सीओ संगीता को सौंपी गई. जांच में एसआई खान की भूमिका भी संदिग्ध मिली. इस कारण एसपी ने एसआई अकरम खान को भी निलंबित कर दिया है. एसपी ने कहा कि शराब के नशे में पुलिस कर्मी लॉकडाउन की ड्यूटी बताकर लोगों को धमका रहे थे. इस तरह की मनमानी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी.