बागेश्वरः उत्तरायणी मेले में हेलीकॉप्टर राइड कराई जा रही है. जिसमें आम आदमी भी शुल्क चुकाकर हेलीकॉप्टर राइड का आनंद उठा सकता है, लेकिन इस हेली सेवा का बागेश्वर महाविद्यालय के छात्र संघ पदाधिकारियों ने विरोध जताया. उनका आरोप था कि बिना अनुमति के ही महाविद्यालय के फील्ड से व्यावसायिक उड़ानें भरी जा रही है. इतना ही नहीं मामले को लेकर छात्रों ने धरना भी दिया. छात्रों के विरोध के चलते हेलीकॉप्टर को मालता पुलिस लाइन से तीन उड़ानें भरनी पड़ी. हालांकि, देर शाम डीएम ने छात्रसंघ पदाधिकारियों से वार्ता की. जिसके बाद छात्रों ने कॉलेज से उड़ान भरने पर हामी भरी.
दरअसल, अल्मोड़ा एसएसजे परिसर के छात्र महासंघ अध्यक्ष देवाशीष धनिक और राजकीय स्नातकोत्तर विद्यालय बागेश्वर के अध्यक्ष आशीष कुमार ने उत्तरायणी मेले में हेली सेवा संचालित किए जाने को लेकर प्रशासन से जवाब मांगे. उनका कहना था कि यह हेली सेवा किसके द्वारा संचालित की जा रही है और इसका अनुबंध किन लोगों के बीच में हुआ है? उन्होंने आरोप था कि इसमें मात्र एक व्यक्ति के निजी स्वार्थ के चलते इसे संचालित किया जा रहा है. जिस ऊंचाई में हेली सेवा संचालित की जा रही है, यह केवल इमरजेंसी के दौरान ही संचालित की जाती है.
छात्र संघ पदाधिकारियों का साफ कहना था कि बिना अनुबंध और अनुमति के नियम विरुद्ध संचालित हो रही हेली सेवा से कोई दुर्घटना या अनहोनी होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? उन्होंने बागेश्वर में हेली सेवा संचालित किए जाने को अवैध करार दिया. हेलीकॉप्टर सेवा संचालित होने के दो दिन बाद महाविद्यालय प्रशासन को भी होश आई कि इसके संचालन के लिए उनसे अनुमति ली जानी आवश्यक है. बताया जा रहा है कि हेलीकॉप्टर की एक राइड के लिए 2500 रुपए वसूला जा रहा है. इस हेलीकॉप्टर से उत्तरायणी मेला का दीदार कराया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः Uttarayani Mela: बागेश्वर उत्तरायणी मेले में लगे राजनीतिक पंडाल, नेताओं ने जनता को किया संबोधित
मामले में बागेश्वर पीजी कॉलेज के प्राचार्य एसएस धपोला ने 16 जनवरी को डीएम अनुराधा पाल को एक पत्र लिखा. जिसमें उन्होंने कहा है कि महाविद्यालय प्रशासन की बिना अनुमति के महाविद्यालय के मैदान से व्यावसायिक हेली सेवा संचालित की जा रही है. जबकि, खेल मैदान में महाविद्यालय के खेल आदि क्रियाकलाप किए जाते हैं. इसके अलावा महाविद्यालय के कार्यों में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है. यदि इस दौरान किसी प्रकार की दुर्घटना हुई तो इसकी जिम्मेदारी पालिका और प्रशासन की होगी.
हेलीकॉप्टर को बदलना पड़ा हैलीपैडः वहीं, छात्र संघ के विरोध के बाद प्रशासन बैकफुट आया. प्रशासन ने हेलीकॉप्टर सेवा को डिग्री कालेज मैदान के बजाय मालता पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड से उड़ान भरने को कहा. जिसके बाद हेलीकॉप्टर ने मालता पुलिस लाइन से तीन उड़ानें भी भरी. उधर, मामला गरमाता देख डीएम अनुराधा पाल ने छात्र पदाधिकारियों को बुलाकर वार्ता की. इस दौरान कॉलेज मैदान के जीर्णोद्धार के लिए एक लाख रुपए देने का आश्वासन दिया गया. जिसके बाद छात्रों ने मैदान से हेली सेवा संचालित करने की अनुमति दी.
कार पार्किंग का विरोधः बागेश्वर महाविद्यालय में हेलीपैड सेवा के विरोध के बाद अब छात्र संघ ने महाविद्यालय में कार पार्किंग का भी विरोध किया है. उन्होंने इस संबंध में महाविद्यालय के प्राचार्य को ज्ञापन भी सौंपा है. उनका कहना है कि कि प्रशासन और पालिका की ओर से मेले के दौरान महाविद्यालय प्रांगण में कार टैक्सी पार्किंग व्यवस्था लागू की है. जिसका शुल्क टैक्सी यूनियन की ओर से वसूला जा रहा है. लगातार वाहनों के आवागमन से मैदान क्षतिग्रस्त हो रहा है और वहां पर गड्ढे हो गए हैं. उन्होंने जल्द पार्किंग व्यवस्था हटाए की मांग की.
ये भी पढ़ेंः Uttarayani Kautik: विलुप्त हो रही कुमाऊं की बैर भगनौल विधा, हुड़के की थाप जमती पर है महफिल