बागेश्वर: धर्मनगरी हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ में ड्यूटी पर तैनात बागेश्वर के गरुड़ रामपुर निवासी युवा पुलिस कॉन्स्टेबल गणेश नाथ की मौत हो गई. कॉन्स्टेबल के मौत से परिजनों में मातम छाया हुआ है.

पुलिस कॉन्स्टेबल गणेश नाथ गोस्वामी पुत्र किशन नाथ नैनीताल में तैनात थे, जिनकी ड्यूटी कुंभ में लगाई गई थी. जब गणेशनाथ का शव उनके पैतृक गांव पहुंचा, तो परिजन को रो-रोकर बुरा हाल हो गया. बताया जा रहा है कि थाना रायवाला पुलिस को होटल लक्ष्मी पैलेस के सामने कार में एक शव बरामद हुआ था, जिसकी आईडी में कॉन्स्टेबल गणेश नाथ लिखा था जो कुछ दिन पहले से होटल लक्ष्मी पैलेस रायवाला में रह रहा था.
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया, जिसके बाद गणेश नाथ का शव उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया. बता दें कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हार्टअटैक बताई गई है. मृतर के परिजन देवेंद्र गोस्वामी का कहना है कि पुलिस कॉन्स्टेबल की मौत हुई और उसे हरिद्वार से गरुड़ तक भिजवाने का सही इंतजाम तक नहीं किया गया.
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परिजनों का कहना है कि तीन दिनों तक बिस्तर में बंद रहने से शव बुरी तरह सड़ गल गया था. गणेश का कोई अंतिम दर्शन तक नहीं कर पाया. उसे पुलिस की तरफ से कोई सम्मान नहीं दिया गया. मृतक को बंद बिस्तर में लपेट कर भेजना अमानवीय है. परिजनों ने उत्तराखंड पुलिस पर अपने ही कॉन्स्टेबल के शव के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया.