ETV Bharat / state

बागेश्वर: डिलीवरी के बाद नवजात की मौत, अस्पताल प्रबंधन पर लगे गंभीर आरोप - News of newborn death

बागेश्वर के जिला अस्पताल में एक नवजात शिशु की मौत का मामला सामना आया है. मामले को लेकर प्रसूता के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए न्याय गुहार लगाई है.

बागेश्वर जिला अस्पताल न्यूज News of newborn death
जिला अस्पताल में डिलीवरी के बाद नवजात की मौत
author img

By

Published : Dec 4, 2019, 11:56 PM IST

बागेश्वर: नगर के जिला अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सों की एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. जहां बीते 3 दिसंबर को एक गर्भवती महिला की डिलीवरी के बाद नवजात की मौत हो गई. जिसके लिए महिला के परिजन अस्पताल प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.

अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से नवजात की मौत.

जानकारी के अनुसार, बीते 3 दिसंबर को जिला अस्पताल में बागेश्वर निवासी एक गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं, डॉक्टरों द्वारा गर्भवती महिला को सुरक्षित डिलीवरी के बाद नवजात बच्चे को सेफ्टी रूम में रख दिया गया था. जिसके कुछ देर बाद नवजात बच्चे की तबियत बिगड़ती देख मौके पर मौजूद स्टाफ नर्सों ने बगैर डॉक्टरों को बताए नवजात का उपचार करना शुरू कर दिया. इसी दौरान नवजात की मौत हो गई.

वहीं, महिला के परिजनों ने बताया कि उन्होंने नवजात के इलाज के लिए जल्द डॉक्टरों को बुलाने के लिए कहा. लेकिन कई बार गुहार लागाने के बाद भी डॉक्टर समय रहते नहीं पहुंचे और अस्पताल की नर्स ही नवजात का इलाज करती रही. इसी दौरान नवजात शिशु ने दम तोड़ दिया.

ये भी पढ़े: बाड़मेर की सुगड़ी देवी माणा गांव की महिलाओं को करेंगी प्रशिक्षित, पारितोषिक मिलेगा एक लाख

परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है. उनका कहना है कि अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ पैसे लेकर यहां डिलीवरी करवा रहे हैं. वहीं, इस घटना के बाद परिजनों द्वारा अस्पताल में हंगामा करने के बाद सीएमएस ने लापरवाही बरतने वाले अस्पताल कर्मियों को नोटिस भेजकर निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं.

बागेश्वर: नगर के जिला अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सों की एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. जहां बीते 3 दिसंबर को एक गर्भवती महिला की डिलीवरी के बाद नवजात की मौत हो गई. जिसके लिए महिला के परिजन अस्पताल प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.

अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से नवजात की मौत.

जानकारी के अनुसार, बीते 3 दिसंबर को जिला अस्पताल में बागेश्वर निवासी एक गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं, डॉक्टरों द्वारा गर्भवती महिला को सुरक्षित डिलीवरी के बाद नवजात बच्चे को सेफ्टी रूम में रख दिया गया था. जिसके कुछ देर बाद नवजात बच्चे की तबियत बिगड़ती देख मौके पर मौजूद स्टाफ नर्सों ने बगैर डॉक्टरों को बताए नवजात का उपचार करना शुरू कर दिया. इसी दौरान नवजात की मौत हो गई.

वहीं, महिला के परिजनों ने बताया कि उन्होंने नवजात के इलाज के लिए जल्द डॉक्टरों को बुलाने के लिए कहा. लेकिन कई बार गुहार लागाने के बाद भी डॉक्टर समय रहते नहीं पहुंचे और अस्पताल की नर्स ही नवजात का इलाज करती रही. इसी दौरान नवजात शिशु ने दम तोड़ दिया.

ये भी पढ़े: बाड़मेर की सुगड़ी देवी माणा गांव की महिलाओं को करेंगी प्रशिक्षित, पारितोषिक मिलेगा एक लाख

परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है. उनका कहना है कि अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ पैसे लेकर यहां डिलीवरी करवा रहे हैं. वहीं, इस घटना के बाद परिजनों द्वारा अस्पताल में हंगामा करने के बाद सीएमएस ने लापरवाही बरतने वाले अस्पताल कर्मियों को नोटिस भेजकर निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं.

Intro:बागेश्वर।

एंकर- बागेश्वर ज़िला अस्पताल में बड़ी लापरवाही
सामने आई है। एक नवजात शिशु की मौत का मामला प्रकाश में आया है।
वीओ- दरसअल ज़िला अस्पताल में एक गर्भवती महिला को 3 दिसंबर की दोपहर भर्ती किया गया। रात्रि में ही महिला डॉक्टरों द्वारा सुरक्षित डिलीवरी करवा तो दी गयी। परन्तु कुछ देर बाद नवजात बच्चे को सेफ़्टी रूम में रख दिया गया। अचानक नवजात बच्चें की तबियत बिगड़ने लगी वहाँ मौजूद स्टाफ़ नर्सो द्वारा बगैर डॉक्टरों बताए खुद ही बच्चे का उपचार करने लगे। नाराज परिजनों ने स्टाफ़ नर्सों से जल्द डॉक्टरों को बुलाने की कई बार गुहार लागई गयी। परन्तु समय डॉक्टरों का न पहुँचना नवजात शिशु की मौत का कारण बन गयी। जानकारी मिलने पर आनन फ़ानन महिला डॉक्टर अगले दिन सुबह 4 दिसंबर को पहुचती है। तब तक बहुत देर हो चुकी थीं। नवजात शिशु ने रात में ही ईलाज के अभाव में दम तोड़ दिया था। बच्चे की मौत की जानकारी परिजनों को 4 दिसंबर की सुबह 10 बजे दी जाती है। जिससे वँहा मौजूद परिजनों ने हंगामा काटना शुरु कर दिया साथ ही फुट फुट कर रोने लगे उन्होंने ज़िला अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाने लगे उन्होंने मीडिया के कैमरे के सामने बोला ज़िला अस्पताल के कुछ महिला डॉक्टरों एवं स्टाफ नर्सो पर पैसे लेकर डिलीवरी करवाने के आरोप लागये है।
वहीँ परिजनों के द्वारा हंगामा करने के बाद कई घण्टों बाद ज़िला अस्पताल के सीएमएस पहुंचे लापरवाही बरतने वाले अस्पताल कर्मियों के खिलाफ नोटीस भेजने व स्पष्ट जांच करने का भरोसा दे गए।
परिजनों ने सीएमएस से न्याय की गुहार लगाते हुए लापरवाह नर्सेज एवं डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की गयी।

बाईट 1- रेखा देवी , परिजन
बाईट 2- दीवान सिंह खेतवाल, परिजन
बाईट 3- डॉ, एस.एन त्रिपाठी, प्रभारी सीएमएस ज़िला अस्पतालBody:वीओ- दरसअल ज़िला अस्पताल में एक गर्भवती महिला को 3 दिसंबर की दोपहर भर्ती किया गया। रात्रि में ही महिला डॉक्टरों द्वारा सुरक्षित डिलीवरी करवा तो दी गयी। परन्तु कुछ देर बाद नवजात बच्चे को सेफ़्टी रूम में रख दिया गया। अचानक नवजात बच्चें की तबियत बिगड़ने लगी वहाँ मौजूद स्टाफ़ नर्सो द्वारा बगैर डॉक्टरों बताए खुद ही बच्चे का उपचार करने लगे। नाराज परिजनों ने स्टाफ़ नर्सों से जल्द डॉक्टरों को बुलाने की कई बार गुहार लागई गयी। परन्तु समय डॉक्टरों का न पहुँचना नवजात शिशु की मौत का कारण बन गयी। जानकारी मिलने पर आनन फ़ानन महिला डॉक्टर अगले दिन सुबह 4 दिसंबर को पहुचती है। तब तक बहुत देर हो चुकी थीं। नवजात शिशु ने रात में ही ईलाज के अभाव में दम तोड़ दिया था। बच्चे की मौत की जानकारी परिजनों को 4 दिसंबर की सुबह 10 बजे दी जाती है। जिससे वँहा मौजूद परिजनों ने हंगामा काटना शुरु कर दिया साथ ही फुट फुट कर रोने लगे उन्होंने ज़िला अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाने लगे उन्होंने मीडिया के कैमरे के सामने बोला ज़िला अस्पताल के कुछ महिला डॉक्टरों एवं स्टाफ नर्सो पर पैसे लेकर डिलीवरी करवाने के आरोप लागये है।
वहीँ परिजनों के द्वारा हंगामा करने के बाद कई घण्टों बाद ज़िला अस्पताल के सीएमएस पहुंचे लापरवाही बरतने वाले अस्पताल कर्मियों के खिलाफ नोटीस भेजने व स्पष्ट जांच करने का भरोसा दे गए।
परिजनों ने सीएमएस से न्याय की गुहार लगाते हुए लापरवाह नर्सेज एवं डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की गयी।

बाईट 1- रेखा देवी ,परिजन
बाईट 2- दीवान सिंह खेतवाल,परिजन
बाईट 3- डॉ, एस.एन त्रिपाठी, प्रभारी सीएमएस ज़िला अस्पतालConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.