बागेश्वर: पंडित बद्री दत्त पांडे राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शिक्षा के नवाचार (Innovation) के लिए एक संगोष्ठी का आयोजन किया है. संगोष्ठी में कौशल विकास में शिक्षा के योगदान पर विस्तार से चर्चा की गई. साथ ही विद्यार्थियों को शैक्षणिक नवाचार के विभिन्न रूपों के बारे में जानकारी दी गई. इस मौके पर वक्ताओं ने नवाचार कार्यक्रम को मील का पत्थर बताया.
संगोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा में नवाचार की अहम भूमिका है. नवाचार बच्चों के सहज विकास की प्रकिया के साथ ताल-मेल बिठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. नवाचार अपने काम के प्रति रचनात्मक, जिम्मेदार, ठोस और व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाने का एक तरीका होता है. नवाचार के माध्यम से परम्परागत शैक्षिक जड़ता को तोड़ते हुए दक्षताओं को विकसित करने का प्रयास जरूरी है. संगोष्ठी में बताया गया कि उच्च शिक्षा में किस तरह से शिक्षा का स्तर बढ़ाया जाए.
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उच्च शिक्षा में नवाचार की संगोष्ठी से महाविद्यालय के छात्र काफी खुश नजर आए. उन्होंने कहा कि नवाचार के कार्यक्रमों से उनको काफी कुछ सीखने को मिलता है.