बागेश्वर: आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने को है लेकिन बागेश्वर नगर में वाहनों का दबाव कम करने के लिए 2.12 करोड़ की लागत से नगर के गरुड़ रोड में बन रही दोमंजिली पार्किंग का काम करीब दो साल से बजट के अभाव में अटका पड़ा है. दो महीने पहले अवशेष रकम को शहरी विकास मंत्रालय ने स्वीकृति प्रदान की थी, लेकिन अब तक अवशेष रकम नगरपालिका को नहीं मिल पाई है.
वर्ष 2020 में राज्य वित्त मद से बागेश्वर कोतवाली के समीप गरुड़ रोड में दोमंजिली पार्किंग के निर्माण को मंजूरी मिली. इसके लिए शासन ने 2.12 करोड़ रुपये की मंजूरी दी. 50 लाख रुपये पहली किश्त के रूप में नगरपालिका को मिले. उक्त रकम का उपयोग 2020 में ही हो गया था. अवशेष रकम न मिलने से वर्ष 2021 से पार्किंग का काम रुका पड़ा है.
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जून में तत्कालीन डीएम विनीत कुमार ने पार्किंग की अवशेष धनराशि 1.62 करोड़ रुपये शासन से अवमुक्त होने की जानकारी सार्वजनिक की थी, लेकिन अब तक उक्त धनराशि नगरपालिका को नहीं मिली है. इस कारण पार्किंग का अवशेष काम पूरा नहीं हो पा रहा है. अब तक पार्किंग के भूतल का कार्य हुआ है. प्रथम तल का कार्य शेष है.
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अधिशासी अधिकारी नगरपालिका सतीश कुमार शासन ने पार्किंग की अवशेष धनराशि 1.62 करोड़ को मंजूरी दे दी है, लेकिन अब तक बजट पालिका को नहीं मिला है. रकम मिलते ही पार्किंग का अवशेष कार्य पूरा किया जाएगा. वहीं, स्थानीय पवन ने बताया कि पार्किंग का जिले में आज तक निर्माण नहीं होना बागेश्वर के विकास के मामले में काफी पीछे होना दर्शाता है. बागेश्वर नगर में हर रोज वाहनों का दबाव बढ़ता जा रहा है. पर्यटकों को भी खासी फजीहत भी झेलनी पड़ती है.