बागेश्वर: जिला पंचायत सदस्यों का वित्तीय अनियमितताओं एवं विकास योजना को मिली धनराशि का समान वितरण सहित अन्य मांगों को चल रहा आंदोलन समाप्त हो गया है. जिलाधिकारी विनीत कुमार व जिपं अध्यक्ष ने धरना स्थल पर आकर सदस्यों की मांग पूरी की. वहीं, आंदोलनरत सदस्य नवीन परिहार ने बताया कि हमें लिखित आश्वासन मिला है, जब तक गतिरोध खत्म नहीं होगा बजट का आवंटन नहीं किया जाएगा. उसी आधार पर जिलाधिकारी की मध्यस्थता पर उन्होंने आंदोलन स्थगित कर दिया है.
गौर हो कि बीते दिन जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार के नेतृत्व में 9 जिला पंचायत सदस्यों का आंदोलन 73वें दिन बाद आमरण अनशन में तब्दील हो गया था. आमरण अनशन के पहले दिन जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार बैठे, जबकि समर्थक 8 सदस्य धरने में बैठे. इस अवसर पर शासन प्रशासन उनके आंदोलन की लगातार उपेक्षा कर रहा है. जिस कारण उन्हें आमरण अनशन शुरू करना पड़ा है. आमरण अनशन पर बैठे जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार ने कहा कि उन्होंने जिला प्रशासन सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को अपनी समस्याओं का लिखित रूप में ज्ञापन व जिला पंचायत में की गई मनमानी की शिकायत कई बार दे दी. लेकिन प्रशासन उनकी जायज मांगों पर भी ध्यान नहीं दिया.
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उन्होंने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा सदस्यों को विश्वास में लिए बगैर कार्य कर रही है. जिसका सदस्यों द्वारा विरोध किया गया, लेकिन उनके विरोध को दरकिनार किया जा रहा है. इधर जिपं सदस्यों के आमरण अनशन की जानकारी जैसे ही जिलाधिकारी व जिपं अध्यक्ष को लगी वो सभी जिपं कार्यालय स्थित धरना स्थल पहुंचे और उनसे वार्ता की. वार्ता के बाद जिपं अध्यक्ष बसन्ती देवी ने बताया कि सभी सदस्यों की मांगों को मान लिया गया है. बाकी बैठक में पूरी कर ली जाएगी.
वहीं, जिलाधिकारी ने बताया कि सभी सदस्यों का आंदोलन अब खत्म हो चुका है. उनको लिखित आश्वासन दिया गया. बजट का समान वितरण किया जाएगा. बाकी मांगों को सदन के माध्यम से आपस मे सभी सदस्यों के द्वारा आपस मे तय कर लिया जाएगा. जिले के रुके हुये विकास को अब गति मिल जाएगी. वहीं, आंदोलनरत सदस्य नवीन परिहार ने बताया कि हमें लिखित आश्वासन मिला है, जब तक गतिरोध खत्म नहीं होगा बजट का आवंटन नहीं किया जाएगा. उसी आधार पर जिलाधिकारी की मध्यस्थता पर उन्होंने आंदोलन स्थिगित कर दिया है.