बागेश्वर: कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देवी ने अपने भांजे, भतीजे और देवर को पिछले दरवाजे से नौकरी दे दी. जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान सदस्य हरीश ऐठानी ने पर्यटन आवास गृह में बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उनके साथ कपकोट के पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण भी थे. दोनों नेताओं ने कहा कि निदेशक पंचायती राज संजीव कुमार नाथ के हस्ताक्षरयुक्त नियुक्ति पत्र में कनिष्ठ अभियंता के पद पर हरीश सिंह, कनिष्ठ सहायक चतुर सिंह तथा श्याम सिंह के नाम हैं. ये तीनों ही जिला पंचायत अध्यक्ष के नजदीकी रिश्तेदार हैं.
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि इनकी तैनाती पर्यावरण एवं जन कल्याण समिति किच्छा के माध्यम से दी गई है. दोनों नेताओं ने कहा कि बगैर सदन को विश्वास में लिए रिश्तेदारों को नौकरी देना घोर अनियमितता है. कांग्रेस ने मामले की जांच कराकर जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
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कांग्रेस के नेताओं ने उस पत्र की भी जांच की मांग की है, जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष ने कर्मचारियों की तैनाती की मांग की. ऐठानी ने कहा कि 12 जनवरी को उनके कार्यकाल में जिला पंचायत में पूर्व में तैनात 10 कर्मचारियों के मानदेय बढ़ाने की बात की गई थी. इसका प्रस्ताव भी पास किया गया था. इन कर्मचारियों को भी सरकार ने हटाने के आदेश दिए थे. उच्च न्यायालय ने इस मामले में स्टे दिया हुआ है. एक तरफ पहले रखे गए कर्मचारियों को बाहर रखने की साजिश हो रही है, दूसरी तरफ सदन को विश्वास में लिए बगैर रिश्तेदारों को नौकरी दी जा रही है.
जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान सदस्य हरीश ऐठानी ने कहा कि कांग्रेस सड़क पर उतर कर आंदोलन करेगी. साथ ही जरूरत पड़ी तो न्यायालय भी जाएंगे. ऐठानी ने कहा कि इस मामले में वो शपथ पत्र भी भरकर देने को तैयार हैं.