बागेश्वर: बारिश की वजह से जिले में बहने वाले नदियां और नाले उफान पर हैं. वहीं शहर के समीप बहने वाली सरयू नदी में बच्चे जानलेवा स्टंट करते नजर आ रहे हैं. बच्चों के खतरनाक स्टंट कभी भी हादसों को दावत दे सकते हैं. वहीं जिस महकमे पर इसे रोकने की जिम्मेदारी है वो बेखबर बना हुआ है.
गौर हो कि पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश के सीजन में नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ जाता है. जिससे कई बार हादसे की आशंका बनी ही रहती है. वहीं कुछ ऐसा ही नजारा आजकल सरयू नदी में भी देखने को मिल रहा है. जहां नदी का स्तर बढ़ने के बाद भी बच्चे खुलेआम उफनाई नदी में मौत की छलांग लगा रहे हैं. जिस पर अभी कोई रोकथाम नहीं हो पाई है. दरअसल, मानसून सीजन में पुलिस महकमा तीन महीने के लिए कुछ पुलिस कर्मियों की तैनाती बागनाथ मंदिर के घाट के पास करता है.
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जहां पर एक अस्थाई जल पुलिस चौकी बनाई गई है. जिनका कार्य रेस्क्यू के साथ ही नदी तट पर जाने वाले लोगों पर नजर बनाए रखना है. लेकिन उन्हें कुछ दूरी पर सरयू नदी में बच्चों का खतरनाक स्टंट नहीं दिखाई दे रहा है. मानों ऐसा लग रहा है कि पुलिस महकमा किसी हादसे का इंतजार कर रहा हो.
वहीं इस मामले में पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह का कहना है कि जल पुलिस के कार्यों की जांच के आदेश दे दिए हैं. साथ ही आपदा काल में किसी प्रकार की लापरवाही न बरतने के सख्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं. साथ ही उन्होंने बच्चों के स्टंट के मामले में शिकायत मिलने पर कार्रवाई की बात कही है.