बागेश्वर: कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है. इसे देखते हुए बागेश्वर स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना में बच्चों के उपचार के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जा चुका है.
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बीडी जोशी ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने का खतरा ज्यादा है. उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमितों के लिए 200 बेड का नया कोविड केयर सेंटर बनाने की तैयारी की जा रही है. इसमें 50 बेड बच्चों के लिए सुरक्षित रहेंगे. छोटे बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए जरूरत की सभी आवश्यक सामग्री मंगाई जा रही है. बच्चों के साथ में माता-पिता के भी रहने की व्यवस्था बनाई जा रही है.
उन्होंने कहा कि बच्चों के संक्रमित होने पर बाल रोग विशेषज्ञों पर उनके स्वास्थ्य की देखरेख की जिम्मेदारी होगी. जिले में चार बाल रोग विशेषज्ञ के पद स्वीकृत हैं. जिला अस्पताल और सीएचसी बैजनाथ में चिकित्सक कार्यरत हैं.
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वहीं, कपकोट में मिशन हौसला अभियान के तहत थानाध्यक्ष ने गांव में जाकर 16 कोरोना संक्रमितों के परिवारों को राशन सामाग्री वितरित की. साथ ही ग्रामीणों से कोविड नियमों का सख्ती से पालन करने की अपील की. वहीं, थानाध्यक्ष ने किसी समस्या या सहायता के लिए कोविड कंट्रोल रूम नंबर 9411112983, थाना नंबर 05963 253387 या हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल कर सूचना देने को कहा.
वहीं, कपकोट ब्लॉक में 141 आशा कार्यकत्रियों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्मार्ट फोन और पीपीई किट दिये गये. साथ ही आशा कार्यकत्रियों को दो-दो पल्स ऑक्सीमीटर भी दिया जाएगा. इससे वह होम आइसोलशन में रह रहे लोगों का ऑक्सीजन लेबल नापेंगी. कोरोना वैक्सीनेशन में भी आशाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. हर गांव से सटीक जानकारी मिल रही है. इसे देखते बीते दिनों मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आशाओं को एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की है.