अल्मोड़ाः सरकार हर गांव तक सड़क पहुंचाने का दावा तो करती है, लेकिन धरातल पर तस्वीर ठीक उलट हैं. इसकी बानगी स्लादे ब्लॉक में देखने को मिली, जहां तोकबुधानी गांव आज भी सड़क सुविधा से महरूम है. जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है. बीते दिन एक बुजुर्ग की तबीयत खराब हो गई, जिसके बाद ग्रामीणों ने बुजुर्ग को डोली के सहारे मीलों का सफर तय कर सड़क मार्ग तक पहुंचाया. जिसके बाद बुजुर्ग को गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया. जिससे आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है. वहीं, उनकी मांगे पूरी नहीं होने पर आंदोलन करने का ऐलान किया है.
बता दें कि शहीद हरि सिंह के पैतृक गांव तोकबुधानी के ग्रामीण बीते लंबे समय से सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं, लेकिन कई घोषणाओं के बाद भी सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो सका है. ऐसे में अब उनका सब्र का बांध टूट गया है. इतना ही नहीं आक्रोशित ग्रामीणों ने सल्ट विधानसभा उपचुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है.
दरअसल, रविवार को तोकबुधानी गांव के एक बुजुर्ग मोहन सिंह की तबीयत अचानक बिगड़ गई. बीमार बुजुर्ग को ग्रामीण डोली के सहारे अस्पताल ले गए. जिससे उसकी जान बच पाई, लेकिन ग्रामीणों का आक्रोश सरकार के खिलाफ बढ़ गया.
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ग्रामीणों ने बताया कि सड़क न होने के कारण कई मरीज समय पर इलाज न मिल पाने के कारण रास्ते में दम तोड़ चुके हैं. ऐसे में ग्रामीण अधिक समय तक उपेक्षा बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं. वे कई बार सरकार से सड़क निर्माण की मांग कर चुके हैं, लेकिन उनकी मांगों को हमेशा अनदेखा किया जाता है. चुनाव के वक्त ही नेता विकास का दावे करते हैं और चुनाव खत्म होने के बाद नजदीक नहीं आते हैं.
वहीं, ग्रामीणों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं किया गया तो सल्ट उपचुनाव और 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों का बहिष्कार किया जाएगा.