अल्मोड़ाः लमगड़ा के तल्ला तोली गांव में लंबे संघर्ष और लगातार मांग के बाद सड़क की स्वीकृति तो मिली, लेकिन सड़क गांव तक नहीं पहुंची. गांव से दो किमी पहले ही ये सड़क दूसरे गांव को जोड़ते हुए सड़क आगे बढ़ गई है. जिसे लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है. इसी कड़ी में ग्रामीणों ने सड़क पर उतर कर प्रशासन और पीएमजीएसवाई के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं, उन्होंने जल्द सड़क ना बनने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी.
ग्रामीणों का कहना है कि बीते 25 साल से वो तल्ला तोली में सड़क की मांग कर रहे थे. जिस पर साल 2011 में टकोली-तल्ला तोली-टाटिक तक पीएमजीएसवाई के तहत सड़क मार्ग को स्वीकृति मिली, लेकिन सड़क उनके गांव नहीं पहुंच पाई है. साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए ग्रामीणों को गुमराह कर सड़क का गलत सर्वे किया गया.
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उन्होंने कहा कि सड़क तल्ला तोली के लिए स्वीकृत हुई है, लेकिन गांव से 2 किलोमीटर दूर ढैली गांव को सड़क से जोड़ दिया गया और तल्ला तोली गांव को छोड़ दिया गया, जबकि तल्ला तोली गांव में 700 परिवार रहते हैं. साथ ही कहा कि जिस गांव को इस सड़क से जोड़ा गया. वहां पर महज पांच परिवार रहते हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क नहीं होने से मरीजों को पैदल और डोली के जरिए अस्पताल ले जाना पड़ता है. ऐसे में कई बार मरीज रास्ते में दम तोड़ जाता है. सड़क ना होने से ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. वहीं, उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी अनदेखी की गई तो वो उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे.