ETV Bharat / state

ITI को बंद करने को लेकर ग्रामीणों ने जताया विरोध, आंदोलन की दी चेतावनी

आईटीआई को बंद करने के फरमान के बाद ग्रामीणों ने अपना आक्रोश जताया है. वहीं, ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले तीन सत्र के कई छात्रों को प्रमाण-पत्र तक नहीं दिए गए हैं.

someshwar iti, सोमेश्वर आईटीआई
ITI को बंद करने के फरमान पर ग्रामीणों ने जताया आक्रोश.
author img

By

Published : Dec 4, 2019, 8:27 PM IST

सोमेश्वर: विधानसभा क्षेत्र के दौलाघट में 4 वर्षों से संचालित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के वजूद पर खतरा मंडराने लगा है. साल 2015 से संचालित आईटीआई को बिना पूर्व सूचना के बंद करने के फरमान से लोगों में खासा रोष व्याप्त है. वहीं, संस्थान ने इलेक्ट्रिक ट्रेड से आईटीआई कर चुके पिछले तीन सत्र के कई छात्रों के प्रमाण-पत्र तक नहीं दिए हैं. लोगों का आरोप है कि आईटीआई के बिना किसी पूर्व सूचना के बंद होने से छात्रों का भविष्य अंधकार में है.

आईटीआई बंद किये जाने को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश.

क्षेत्रीय जनता ने सरकार के इस फैसले को ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताते हुए शीघ्र औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को फिर से शुरू करने की मांग की है. साथ ही ट्रेनिंग कर चुके छात्रों को अतिशीघ्र प्रमाण-पत्र निर्गत कराने की मांग की है. वहीं, मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है.

बता दें कि हवालबाग विकास खण्ड के दौलाघट में साल 2015 में आईटीआई खोली गई थी, जिसमें स्वीकृत दो ट्रेडों में केवल इलेक्ट्रिकल ट्रेड में ही पढ़ाई होती थी और 40 से अधिक छात्र प्रशिक्षण लेते थे. इस सत्र में विभाग छात्रों को प्रवेश देने के लिए पहले तो आश्वासन देता रहा लेकिन दो दिन पहले अचानक केंद्र में ताला लटका मिला. इसके बाद अभिभावकों और छात्रों ने जब जानकारी जुटाई तो पता चला कि विभाग के उच्चाधिकारियों के आदेश पर इसे बंद कर दिया गया है. हवालबाग के ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख और कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष गोपाल सिंह खोलिया के नेतृत्व में ग्रामीणों ने इस मुद्दे को लेकर सरकार और विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

ये भी पढ़ें: राजधानी में 100 से ज्यादा सिटी बसों के परमिट होंगे रद्द, ये है वजह

ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख गोपाल सिंह खोलिया ने बताया कि तत्कालीन विधायक इस समय मंत्री हैं. आईटीआई का विकास करने के बजाय उसे बंद करना एक साजिश है. उन्होंने रोष जताते हुए कहा कि कल ग्रामीणों का शिष्टमंडल अल्मोड़ा डीएम से मिलने जाएगा. साथ ही संस्थान को शीघ्र करने की मांग का ज्ञापन सौंपकर आंदोलन की अग्रिम रणनीति बनाई जाएगी.

सोमेश्वर: विधानसभा क्षेत्र के दौलाघट में 4 वर्षों से संचालित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के वजूद पर खतरा मंडराने लगा है. साल 2015 से संचालित आईटीआई को बिना पूर्व सूचना के बंद करने के फरमान से लोगों में खासा रोष व्याप्त है. वहीं, संस्थान ने इलेक्ट्रिक ट्रेड से आईटीआई कर चुके पिछले तीन सत्र के कई छात्रों के प्रमाण-पत्र तक नहीं दिए हैं. लोगों का आरोप है कि आईटीआई के बिना किसी पूर्व सूचना के बंद होने से छात्रों का भविष्य अंधकार में है.

आईटीआई बंद किये जाने को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश.

क्षेत्रीय जनता ने सरकार के इस फैसले को ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताते हुए शीघ्र औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को फिर से शुरू करने की मांग की है. साथ ही ट्रेनिंग कर चुके छात्रों को अतिशीघ्र प्रमाण-पत्र निर्गत कराने की मांग की है. वहीं, मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है.

बता दें कि हवालबाग विकास खण्ड के दौलाघट में साल 2015 में आईटीआई खोली गई थी, जिसमें स्वीकृत दो ट्रेडों में केवल इलेक्ट्रिकल ट्रेड में ही पढ़ाई होती थी और 40 से अधिक छात्र प्रशिक्षण लेते थे. इस सत्र में विभाग छात्रों को प्रवेश देने के लिए पहले तो आश्वासन देता रहा लेकिन दो दिन पहले अचानक केंद्र में ताला लटका मिला. इसके बाद अभिभावकों और छात्रों ने जब जानकारी जुटाई तो पता चला कि विभाग के उच्चाधिकारियों के आदेश पर इसे बंद कर दिया गया है. हवालबाग के ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख और कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष गोपाल सिंह खोलिया के नेतृत्व में ग्रामीणों ने इस मुद्दे को लेकर सरकार और विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

ये भी पढ़ें: राजधानी में 100 से ज्यादा सिटी बसों के परमिट होंगे रद्द, ये है वजह

ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख गोपाल सिंह खोलिया ने बताया कि तत्कालीन विधायक इस समय मंत्री हैं. आईटीआई का विकास करने के बजाय उसे बंद करना एक साजिश है. उन्होंने रोष जताते हुए कहा कि कल ग्रामीणों का शिष्टमंडल अल्मोड़ा डीएम से मिलने जाएगा. साथ ही संस्थान को शीघ्र करने की मांग का ज्ञापन सौंपकर आंदोलन की अग्रिम रणनीति बनाई जाएगी.

Intro:सोमेश्वर विधान सभा क्षेत्र के दौलाघट में 4 वर्षों से संचालित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में तकनीकी शिक्षा विभाग ने न केवल ताला लटका दिया बल्कि आईटीआई कर चुके पिछले 3 सत्र के 100 से अधिक छात्रों को प्रमाण पत्र भी निर्गत नही किये। अभिभावकों और क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों का आरोप है कि हरीश रावत द्वारा खोली गई आईटीआई को सरकार ने साजिशन बन्द कर गरीब युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया है। इसके विरोध में कल डीएम को ज्ञापन देने के अलावा सड़कों में उतरकर आंदोलन खड़ा करने की चेतावनी दी है।Body:सोमेश्वर। राज्य सरकार की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों को रोजगारपरक और तकनीकी शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से खोले गए राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का वजूद खतरे में पड़ा हुआ है। सोमेश्वर विधान सभा क्षेत्र के दौलाघट में वर्ष 2015 से संचालित आईटीआई को विभाग द्वारा अचानक बिना पूर्व सूचना के बंद करने के फरमान से लोगों में खासा रोष व्याप्त है। हैरानी की बात है कि संस्थान ने इलेक्ट्रिकल ट्रेड से आईटीआई कर चुके पिछले 3 सत्र के दर्जनों छात्रों को प्रमाण पत्र तक नही दिए हैं जिससे उनका भविष्य अंधकार में है। क्षेत्रीय जनता ने सरकार के इस फैसले को ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताते हुए शीघ्र औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को पुनः शुरू करने और ट्रेनिंग कर चुके छात्रों को अतिशीघ्र प्रमाण पत्र निर्गत करने की मांग करते हुए कार्यवाही नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
बताते चलें कि हवालबाग विकास खण्ड के दौलाघट में वर्ष 2015 में आईटीआई खोली गई थी जिसमें स्वीकृत दो ट्रेडों में केवल इलेक्ट्रिकल ट्रेड में ही पढ़ाई होती थी और 40 से अधिक छात्र प्रशिक्षण लेते थे। इस सत्र में विभाग छात्रों को प्रवेश देने के लिए पहले तो आश्वासन देता रहा लेकिन दो दिन पहले अचानक केंद्र में ताला लटका मिलने पर अभिभावकों और छात्रों ने जब जानकारी जुटाई तो पता चला कि विभाग के उच्चाधिकारियों के आदेश पर इसे बंद कर दिया गया है।हवालबाग के ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख एवं कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष गोपाल सिंह खोलिया के नेतृत्व में ग्रामीणों ने इस मुद्दे को लेकर सरकार और विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
ज्येष्ठ प्रमुख गोपाल सिंह खोलिया का कहना है कि तत्कालीन विधायक आज मंत्री हैं आईटीआई का विकास करने के बजाय उसे बन्द करना एक साजिश है। उन्होंने रोष जताते हुए कहा है कि कल ग्रामीणों का शिष्टमंडल अल्मोड़ा डीएम से मिलने जाएगा और संस्थान को शीघ्र करने की मांग का ज्ञापन सौंपकर आंदोलन की अग्रिम रणनीति बनाई जाएगी।Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.