अल्मोड़ा: धौलादेवी ब्लॉक के प्राइमरी पाठशाला थली में मध्याह्न भोजन के दौरान हो रहे भेदभाव से स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है. क्षेत्रवासियों ने जल्द मामले का संज्ञान लेते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई कार्रवाई नहीं होती तो उग्र आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा. वहीं, थली गांव के ग्रामीणों ने मध्याह्न भोजन के दौरान हो रहे भेदभाव को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.
दरअसल, ज्ञापन में कहा गया है कि थली गांव के रहने वाले हरीश राम का पुत्र थली के प्राइमरी स्कूल का छात्र है और हरीश रावत अपने बच्चे की पढ़ाई से संबधित जानकारी के लिए स्कूल गए तो उन्होंने मिड डे मील के दौरान दिए जा रहे भोजन की लाइन में भेदभाव देखा. उन्होने देखा कि दलित वर्ग और सवर्ण वर्ग के छात्रों को अलग-अलग बैठाकर खाना खिलाया जा रहा है, इस पर उन्होंने इसका विरोध किया और वीडियों भी रिकॉर्ड कर लिया.
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ग्रामीणों का आरोप है कि हरीश राम को विद्यालय के स्कूल के शिक्षक ने दन्या थाने में बुलाया. आरोप है कि दन्या थाने में पुलिसकर्मियों ने हरीश राम के साथ अभद्रता की. स्थानीय लोगों की मांग है कि पूरा मामला संवेदनशील है. इसलिए इस मामले की गंभीरता को देख तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए.
वहीं, एसडीएम गोपाल सिंह चौहान ने कहा कि जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि, उत्तराखंड में इससे पहले भी कई जगहों पर मध्याह्न भोजन के दौरान इस प्रकार के सामाजिक भेदभाव के प्रकरण सामने आ चुके हैं.