अल्मोड़ाः भिकियासैंण में हुए दलित नेता जगदीश हत्याकांड (Jagdish Chandra Murder Case) का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस मामले को लेकर जहां उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी सरकार पर हमलावर है तो वहीं अब उत्तराखंड शिल्पकार वेलफेयर सोसायटी मुखर हो गई है. आज शिल्पकार सोसायटी से जुड़े लोगों ने भी अल्मोड़ा में जोरदार धरना प्रदर्शन किया. साथ ही सरकार और अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा का पुतला फूंका.
अल्मोड़ा के चौघानपाटा चौक स्थित पार्क में इकठ्ठा होकर उत्तराखंड शिल्पकार वेलफेयर सोसायटी (Uttarakhand Shilpkar Welfare Society) के लोगों ने जगदीश हत्याकांड मामले पर सरकार की अब तक चुप्पी पर जमकर आक्रोश व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि एक दलित समाज के व्यक्ति की हत्या हो जाती है, लेकिन सरकार और उसके तमाम विधायकों व सांसदों के मुंह से एक संवेदना के शब्द भी नहीं निकाल पाए. इतना ही नहीं सूबे के मुखिया ने भी इस घटना की निंदा करने की तक जहमत नहीं उठाई.
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उनका कहा है कि जिस आरक्षित सीट से अजय टम्टा वर्तमान लोकसभा सांसद (Almora MP Ajay Tamta) हैं, उनके ही संसदीय क्षेत्र में यह घटना (Dalit youth murder in Almora) हुई है, लेकिन उन्होंने तक इस घटना में कोई प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त की. जो बड़ा दुर्भाग्य है. इससे ये साबित होता है कि सरकार जरा सी भी संवेदनशील नहीं है. उन्होंने सरकार से जगदीश चंद्र के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिले. उसके परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए. साथ ही जगदीश की पत्नी को सरकार नौकरी भी दी.
क्या है मामला: अल्मोड़ा जिले के सल्ट के पनुवाधौखन निवासी दलित नेता जगदीश चंद्र पुत्र केश राम और भिकियासैंण निवासी गीता उर्फ गुड्डी ने बीते 21 अगस्त को गैराड़ मंदिर में प्रेम विवाह किया था. शादी से पहले गुड्डी अपने सौतेले पिता जोगा सिंह और सौतेले भाई गोविंद सिंह, भावना पत्नी जोगा सिंह के साथ रहती थी. दोनों का प्रेम विवाह गुड्डी के सौतेले भाई और पिता को रास नहीं आया.
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एक सितंबर को जगदीश के ससुराल वालों ने जगदीश चंद्र को भिकियासैंण (Almora Bhikiyasain) में पकड़ लिया था. उसके बाद वो जगदीश चंद्र का एक गाड़ी से अपहरण कर ले गए. उसके बाद बेरहमी से जगदीश की हत्या कर दी. सूचना पर पुलिस और राजस्व की टीम ने गाड़ी से जगदीश का लहुलूहान शव बरामद किया था. इस मामले में पिता जोगा सिंह और सौतेले भाई गोविंद सिंह और भावना पत्नी जोगा सिंह समेत एक अन्य आरोपी को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं, पांचवें आरोपी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है.