रानीखेत: राजकीय चिकित्सालय में कार्यरत उपनल कर्मी हटाए जाने को लेकर रोष व्यक्त किया है. इस संबंध में उपनल कर्मियों ने एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा है. कर्मियों का कहना है कि उन्हें बिना नोटिस दिए हटाया जा रहा है. वर्तमान में तीन उपनल कर्मी राजकीय अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. जिनमें एक लैब टैक्नीशियन, फार्मासिस्ट और डाटा इंट्री ऑपरेटर पद पर कार्यरत हैं.
कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें विगत सात माह से वेतन नहीं मिला है. जिससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है और वह संकट के दौर से गुजर रहे हैं. राजकीय चिकित्सालय में लैब टैक्नीशियन और फार्मासिस्ट 2017 से और डाटा इंट्री ऑपरेटर 2018 से चिकित्सालय में कार्यरत है. उन्होंने बताया कि कोरोना काल में दिन-रात सेवाएं दे रहे हैं. बावजूद इसके उन्हें उपनल से हटाकर चिकित्सा प्रबंधन समिति द्वारा नई नियुक्ति देने की बात की जा रही है. इसमें वेतन उपनल की अपेक्षा कम है. बताया जा रहा है कि अस्पताल में बजट की कमी, वित्तीय स्थिति के चलते प्रबंधन ने यह फैसला लिया गया है.
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वहीं, उपनल कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष मनीष वर्मा ने कहा कि इस तरह से उपनल कर्मियों को हटाया जाना गलत है. उन्होंने कहा कि उपनल संघ कर्मचारियों को हटाये जाने का विरोध करेगा. उपनल के तहत चिकित्सालय में लैब टेक्नीशियन पद पर विमलेश गहतोड़ी, फार्मासिस्ट पूजा बिष्ट तथा डाटा इंट्री ऑपरेटर पद पर मुन्नी दानू कार्यरत हैं.