अल्मोड़ा: पुलिस कस्टडी से बंदी के फरार होने के मामले में एसएसपी ने संज्ञान लिया है. पेशी के लिए ले जाने वाले पुलिस कर्मियों को दोषी मानते हुए एएसआई सहित तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है. अल्मोड़ा जेल से नगीना न्यायालय पेशी के लिए ले जाते समय आरोपी पुलिस कस्टडी से फरार हुआ था, जिसकी तलाश की जा रही है.
अल्मोड़ा के जिला कारागार में उत्तर प्रदेश के हकीकतपुर थाना नगीना जिला बिजनौर निवासी शाहनवाज अहमद एनडीपीएस एक्ट के एक मामले में बंद था.जिसे अल्मोड़ा जेल से उत्तर प्रदेश के नगीना न्यायालय में पेशी के लिए मंगलवार को पुलिस द्वारा ले जाया जा रहा था, तभी रामनगर रोड पर सुबह साढ़े चार बजे बंदी ने पुलिस कर्मियों से शौच के लिए वाहन रुकवाया, तभी वह पुलिस को चकमा देकर हथकड़ी सहित जंगल के रास्ते से फरार हो गया.
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पुलिस कर्मियों ने काफी देर तक उसे खोजा, लेकिन पुलिस कर्मियों को सफलता हाथ नहीं लगी. जिसके बाद बंदी के खिलाफ पुलिस ने कोतवाली में तहरीर दी और फिर फरार बंदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. इस पूरे प्रकरण में पुलिस कर्मियों की लापरवाही को देखते हुए बंदी को ले जा रही पुलिस टीम के अल्मोड़ा कोतवाली एएसआई दयाल दत्त, कांस्टेबल सूरज और महेश का निलंबित कर दिया गया है. वहीं, एसएसपी राम चंद्र राजगुरु ने बताया कि मामले में तीन पुलिस कर्मियों की लापरवाही सामने आई है, जिससे उन्हें निलंबित कर दिया गया है. वहीं पुलिस की कस्टडी से फरार हुए बंदी शाहनवाज अहमद को पकड़ने के लिए पुलिस टीम लगाई गई है.
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