अल्मोड़ा: नगरपालिका में बिना मान्यता के शैक्षणिक प्रमाणपत्रों से नियुक्ति और पदोन्नति पाने का मामला सामने आया था. मामले की जांच के बाद कुछ कर्मचारियों को चिंहित कर लिया गया है. दरअसल, हिंदी साहित्य सम्मेलन इलाहाबाद के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के आधार पर कर्मचारियों द्वारा पालिका में नौकरी और पदोन्नति हासिल की गई. प्रशासन की ओर से मामले की जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है. इस प्रकरण से पालिका प्रशासन और कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है.
गौरतलब है कि हिंदी साहित्य सम्मेलन इलाहाबाद (उप्र) की ओर से संचालित प्रथम और मध्यमा परीक्षा के प्रमाणपत्रों के आधार पर अल्मोड़ा पालिका में पांच कर्मचारियों को नियुक्ति और पदोन्नति का मामला सामने आया था. इसके बाद निदेशक शहरी विकास विनोद सुमन ने अमान्य शैक्षिक प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी और पदोन्नति पाए कर्मचारियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे. उसी आधार पर अल्मोड़ा पालिका ने जांच रिपोर्ट भेज दी है.
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पालिका प्रशासन की जांच में तीन कर्मचारियों को चिन्हित कर लिया गया है, जिन्हें हिंदी साहित्य सम्मेलन, इलाहाबाद के शैक्षिक प्रमाण पत्रों द्वारा नौकरी और प्रमोशन का लाभ दिया गया है. चिंहित कर्मचारियों में दो क्लर्क शामिल हैं, जो चतुर्थ से तृतीय श्रेणी में पदोन्नत हुए हैं. वहीं, एक अनुसेवक जिसे मृतक आश्रित के तहत नौकरी प्राप्त हुई है, मामले में शामिल है.
अल्मोड़ा नगर पालिका के अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने बताया कि ये मामला सामने आने के बाद जांच चल रही है. इलाहाबाद साहित्य सम्मेलन द्वारा दिए जाने वाले शैक्षणिक प्रमाण पत्र पहले मान्यता प्राप्त होते थे, लेकिन ये जांच चल रही है कि कब से इसकी मान्यता खत्म हुई और इन कर्मचारियों ने नौकरी और पदोन्नति कब पाई है.