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कोसी बैराज में तैर रहे जानवरों के शव, लोगों के घरों में सप्लाई हो रहा दूषित पानी

बारिश में बहकर जंगलों से जानवरों के सड़े गले शव और अन्य दूषित पदार्थ कोसी बैराज में जमा हो रहे हैं. जिससे बैराज का पानी दूषित हो चुका है. जिसे लेकर नगर के लोगों में भारी आक्रोश है.

जानवरों के शवों से दूषित हुआ कोसी बैराज का पानी.
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Published : Jul 5, 2019, 1:43 PM IST

अल्मोड़ा: मानसून की बारिश में जंगलों से बहकर आ रहे जानवरों के सड़े गले शव और अन्य दूषित पदार्थ कोसी बैराज में जमा हो रहे हैं. जिससे बैराज का पानी दूषित हो चुका है. वहीं अब बैराज का दूषित मटमैला पानी लोगों के घरों तक पहुंच रहा है. ऐसे में यहां संक्रमण और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. जिसे लेकर नगर के लोगों में भारी आक्रोश है.

कोसी बैराज के दूषित पानी से संक्रमण और बीमारियों के खतरे को देखते हुए विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने जल संस्थान और जल निगम के कर्मचारियों के साथ मौके का मुआवना किया. साथ ही अधिकारियों को फटकार लगाते हुए जल्द से जल्द बैराज को स्वच्छ कराने के निर्देश दिए हैं.

बारिश में जंगलों से बहकर आ रहे जानवरों के सड़े गले शव कोसी बैराज का पानी हो रहा दूषित.

रघुनाथ सिंह चौहान ने कहा कि कोसी बैराज अल्मोड़ा की जनता की प्यास बुझाने के लिए बनाया गया था. लेकिन यह बैराज आज अल्मोड़ा की जनता के लिए अभिशाप सिद्ध हो चुका है. इस पानी में आज मरे हुए जानवर तैर रहे हैं. हालत ये है कि ये पानी पीना तो दूर की बात, हाथ में रखने लायक नहीं है.

ये भी पढ़े: LIVE-- निर्मला सीतारमण पेश कर रही हैं आम बजट-2019, जानें हर अपडेट्स

उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही रहा तो इस पानी से यहां जनहानि की संभावना हो सकती है. मामले कि गंभीरता को देखते हुए फिलहाल संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द पानी स्वच्छ करने के निर्देश दिए हैं.

अल्मोड़ा: मानसून की बारिश में जंगलों से बहकर आ रहे जानवरों के सड़े गले शव और अन्य दूषित पदार्थ कोसी बैराज में जमा हो रहे हैं. जिससे बैराज का पानी दूषित हो चुका है. वहीं अब बैराज का दूषित मटमैला पानी लोगों के घरों तक पहुंच रहा है. ऐसे में यहां संक्रमण और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. जिसे लेकर नगर के लोगों में भारी आक्रोश है.

कोसी बैराज के दूषित पानी से संक्रमण और बीमारियों के खतरे को देखते हुए विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने जल संस्थान और जल निगम के कर्मचारियों के साथ मौके का मुआवना किया. साथ ही अधिकारियों को फटकार लगाते हुए जल्द से जल्द बैराज को स्वच्छ कराने के निर्देश दिए हैं.

बारिश में जंगलों से बहकर आ रहे जानवरों के सड़े गले शव कोसी बैराज का पानी हो रहा दूषित.

रघुनाथ सिंह चौहान ने कहा कि कोसी बैराज अल्मोड़ा की जनता की प्यास बुझाने के लिए बनाया गया था. लेकिन यह बैराज आज अल्मोड़ा की जनता के लिए अभिशाप सिद्ध हो चुका है. इस पानी में आज मरे हुए जानवर तैर रहे हैं. हालत ये है कि ये पानी पीना तो दूर की बात, हाथ में रखने लायक नहीं है.

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उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही रहा तो इस पानी से यहां जनहानि की संभावना हो सकती है. मामले कि गंभीरता को देखते हुए फिलहाल संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द पानी स्वच्छ करने के निर्देश दिए हैं.

Intro:-
अल्मोड़ा का कोसी बैराज जहां से अल्मोड़ा नगर के एक लाख से ज्यादा लोगों की प्यास बुझती है, पिछले दिनों हुई बारिश के बाद यहां पानी दूषित हो चुका है। हालत यह है कि जंगल में सड़े गले जानवरों के शव समेत कई दूषित वस्तुऐं बहकर सिल्ट नदी में आकर यहां जमा हुई हैं जिसके ऊपर चीलें मंडरा रही है। और यह दूषित और मटमैला पानी लोगों के घरो तक पहुंच रहा है। जिससे यहां संक्रमण व बीमारियों का खतरा बढ़ गया। जिसको लेकर अल्मोड़ा के लोगों में भारी आक्रोश है।
Body:इसी को देखते हुए अल्मोड़ा के विधायक व विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने जल संस्थान व जल निगम के कर्मचारियों के साथ मौके का मुआवना किया और अधिकारियों को फटकार लगाते हुए जल्द से जल्द पानी को स्वच्छ करने के निर्देश दिए हैं। रघुनाथ सिंह चौहान ने कहा कि कोसी बैराज अल्मोड़ा की जनता की प्यास बुझाने के लिए बनाया गया था लेकिन यह बैराज आज अल्मोड़ा की जनता के लिए अभिशाप सिद्ध हो चुका है। इस पानी में आज मरे हुए जानवर तैर रहे हैं हालत यह है कि यह पानी पीना तो दूर की बात है ,हाथ में रखने लायक नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही रहा तो इस पानी से यहां जनहानि की संभावना हो सकती है। कहा कि उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को जल्द से जल्द पानी स्वच्छ करने के निर्देश दिए हैं।

बाईट- रघुनाथ सिंह चौहान, विधानसभा उपाध्यक्ष
बाईट- एसपी खाती, अधिशासी अभियंता जलसंस्थानConclusion:
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