रानीखेत: नगर में नंदा देवी महोत्सव को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. नंदा देवी मंदिर परिसर में आयोजित बैठक में तय किया गया कि तीन सितंबर को कदली वृक्ष को आमंत्रित किया जायेगा. सुबह नौ बजे पूरे विधि-विधान के साथ रायस्टेट से कदली वृक्ष लाया जायेगा. 5 सितंबर से मूर्तियों का निर्माण किया जायेगा. 6 सितंबर को सुबह मां नंदा सुनंदा की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी.
गौर हो कि आठ सितंबर को शोभा यात्रा के साथ महोत्सव का समापन किया जायेगा. इस दौरान बच्चों की खेल प्रतियोगिताएं पेंटिग, ऐपण तथा विद्यालयों के बीच सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी. चार सितंबर को जूनियर और सीनियर वर्ग की चित्रकला, बालिकाओं की ऐपण प्रतियोगिता, रात्रि साढ़े आठ बजे से सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम शुरू किये जाएंगे. पांच सितंबर को सीनियर वर्ग में बालिकाओं की मेहंदी प्रतियोगिता, कुमाऊंनी भाषण प्रतियोगिता और विभिन्न सांस्कृतिक दलों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जाएंगे.
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वहीं 6 सितंबर को जूनियर और सीनियर वर्ग की अंतर विद्यालयी लोकनृत्य प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी. सात को कुर्सी दौड़, पासिंग बाल, जलेबी दौड़ फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी. बैठक में आयोजन समिति के अध्यक्ष हरीश लाल साह समेत नंदा देवी मंदिर समिति के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे. बता दें कि पूरे प्रदेशभर के लोगों में मां नंदा के प्रति अटूट आस्था है. कुमाऊं में मां नंदा की पूजा का क्रम चंद शासकों के जमाने से माना जाता है. जिन्हें स्थानीय लोग कुलदेवी के रूप में पूजते हैं.