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सोमेश्वर: ड्यूटी के बाद घर लौट रहा कर्मचारी सांई नदी में बहा, मौत - increased water level of the Sai River due to rain

सांई नदी में बहने वाला व्यक्ति मालौज गांव का रहने वाला मोहन सिंह (52) था, जो कि राजकीय इंटर कॉलेज सिरोंज में चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी था.

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सोमेश्वर: सांई नदी में बहने से एक व्यक्ति की मौत
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Published : Jul 8, 2020, 5:57 PM IST

सोमेश्वर: बुधवार को राजकीय इंटर कॉलेज में ड्यूटी देने के बाद सांई नदी पार कर घर लौट रहे कर्मचारी की नदी में बहने से मौत हो गई. स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर जाकर शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए अल्मोड़ा जिला अस्पताल भेज दिया है.

लोद-घाटी के मालौज गांव में एक व्यक्ति बुधवार को दोपहर बाद अपने घर जाते समय सांई नदी में बह गया. जिसे ग्रामीणों ने एक किलोमीटर आगे झुपुलचौरा में नदी से निकाला. जब तक ग्रामीण उसे नदी से बाहर निकालते तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.

पढ़ें- बुधवार को बंद रहा करेगा काशीपुर का मुख्य बाजार

जानकारी के अनुसार नदी में बहने वाला व्यक्ति मालौज गांव का रहने वाला मोहन सिंह (52) था, जो कि राजकीय इंटर कॉलेज सिरोंज में चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी था. रोज की ही तरह वह स्कूल से ड्यूटी पूरी करने के बाद अपने गांव लौट रहा था. तभी संतुलन खोने के कारण वह सांई नदी में जा गिरा. दो दिनों से हो रही बरसात के कारण सांई नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है. जिसके कारण मोहन सिंह तेज बहाव में बह गया.

पढ़ें-इस युवा की पहल ने बदली गांव की तस्वीर, चर्चाओं में है उत्तराखंड का ये गांव

मोहन सिंह अधिकारी के परिवार में चार बेटे और दो बेटियां हैं, जो कि घटना के बाद से बदहवाश हालत में हैं.

10 साल बाद भी नहीं हो पाया पुलिया का पुनर्निर्माण


बता दें सांई नदी पर मालौज गांव को जोड़ने वाली पुलिया साल 2010 की दैवीय आपदा में ध्वस्त हो गई थी. जिसके बाद से आज तक इसका पुनर्निर्माण नहीं किया जा सका है. शासन प्रशासन की हीला-हवाली और नाकामी का नतीजा है कि गांव की एकमात्र पुलिया जिससे ग्रामीण, स्कूली बच्चे, कामकाजी महिलाएं और उनके मवेशियों का आवागमन होता है, वह खस्ताहाल है. जिसे टूटने के 10 वर्षों बाद भी नहीं बनाया जा सका है. ग्रामीणों ने कई बार शासन-प्रशासन और मीडिया के माध्यम से इसके लिए गुहार भी लगाई, लेकिन नतीजा सिफर ही निकला.

सोमेश्वर: बुधवार को राजकीय इंटर कॉलेज में ड्यूटी देने के बाद सांई नदी पार कर घर लौट रहे कर्मचारी की नदी में बहने से मौत हो गई. स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर जाकर शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए अल्मोड़ा जिला अस्पताल भेज दिया है.

लोद-घाटी के मालौज गांव में एक व्यक्ति बुधवार को दोपहर बाद अपने घर जाते समय सांई नदी में बह गया. जिसे ग्रामीणों ने एक किलोमीटर आगे झुपुलचौरा में नदी से निकाला. जब तक ग्रामीण उसे नदी से बाहर निकालते तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.

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जानकारी के अनुसार नदी में बहने वाला व्यक्ति मालौज गांव का रहने वाला मोहन सिंह (52) था, जो कि राजकीय इंटर कॉलेज सिरोंज में चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी था. रोज की ही तरह वह स्कूल से ड्यूटी पूरी करने के बाद अपने गांव लौट रहा था. तभी संतुलन खोने के कारण वह सांई नदी में जा गिरा. दो दिनों से हो रही बरसात के कारण सांई नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है. जिसके कारण मोहन सिंह तेज बहाव में बह गया.

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मोहन सिंह अधिकारी के परिवार में चार बेटे और दो बेटियां हैं, जो कि घटना के बाद से बदहवाश हालत में हैं.

10 साल बाद भी नहीं हो पाया पुलिया का पुनर्निर्माण


बता दें सांई नदी पर मालौज गांव को जोड़ने वाली पुलिया साल 2010 की दैवीय आपदा में ध्वस्त हो गई थी. जिसके बाद से आज तक इसका पुनर्निर्माण नहीं किया जा सका है. शासन प्रशासन की हीला-हवाली और नाकामी का नतीजा है कि गांव की एकमात्र पुलिया जिससे ग्रामीण, स्कूली बच्चे, कामकाजी महिलाएं और उनके मवेशियों का आवागमन होता है, वह खस्ताहाल है. जिसे टूटने के 10 वर्षों बाद भी नहीं बनाया जा सका है. ग्रामीणों ने कई बार शासन-प्रशासन और मीडिया के माध्यम से इसके लिए गुहार भी लगाई, लेकिन नतीजा सिफर ही निकला.

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