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सामाजिक संस्था ने महिला पंचायत प्रतिनिधियों को अधिकारों के प्रति किया जागरूक - The hunger project

द हंगर प्रोजेक्ट के तहत सामाजिक संस्था द्वारा महिला पंचायत प्रतिनिधियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया. साथ ही उन्हें प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से कार्य दक्षता आदि के बारे में जानकारी दी गई.

Someshwar
संजीवनी सामाजिक संस्था
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Published : Feb 15, 2020, 6:28 PM IST

सोमेश्वर: नवनिर्वाचित महिला ग्राम प्रधानों व वार्ड सदस्यों को 'द हंगर प्रोजेक्ट' के तहत सामाजिक संस्था द्वारा उनके दायित्व बोध कराने के लिए 4 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है. ऐसे में महात्मा गांधी की कर्मस्थली अनाशक्ति आश्रम कौसानी में इस आयोजित शिविर के पहले दिन चनौदा न्याय पंचायत की 6 महिला ग्राम प्रधानों के साथ दर्जनों वार्ड सदस्य ने प्रतिभाग किया.

संजीवनी सामाजिक संस्था.

इस मौके पर शिविर की मुख्य अतिथि द हंगर प्रोजेक्ट की सदस्य व कार्यक्रम संयोजक पुष्पा बोरा ने कहा कि महिलाओं को अपने पद और दायित्व का अहसास होना आवश्यक है. ऐसे में महिलाओं को राजनैतिक अधिकारों, सामाजिक अधिकारों, पद और दायित्व के साथ कार्य कौशल क्षमता बढ़ाने के टिप्स दिए जा रहे हैं. क्योंकि जनप्रतिनिधियों का अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक होना जरूरी है. जिसके लिए यह मुहिम शुरू की गई है.

यह भी पढ़े: पुलिस अधिकारियों ने बोर्ड परीक्षा पर शेयर किए अपने अनुभव, कहा- एग्जाम कोई रेस नहीं है

कार्यक्रम संजोयक पुष्पा बोरा ने बताया कि ताकुला ब्लॉक के 51 ग्राम पंचायतों की महिला ग्राम प्रधानों और पंचायत सदस्यों को अलग-अलग शिविरों में प्रशिक्षण दिया जाएगा. संजीवनी संस्था की सदस्य तुलसी साह ने कहा कि पंचायतों में महिलाएं सशक्त हो और पूरी जिम्मेदारी के साथ अपने गांव के विकास में भागीदारी करें यह सुनिश्चित किया जा रहा है. वहीं, प्रतिनिधियों का जागरूक किया जा रहा है कि वह अपनी मोहर का दुरुपयोग न होने दें. साथ ही स्वयं पंचायत के कार्यों को सम्पादित करें.

सोमेश्वर: नवनिर्वाचित महिला ग्राम प्रधानों व वार्ड सदस्यों को 'द हंगर प्रोजेक्ट' के तहत सामाजिक संस्था द्वारा उनके दायित्व बोध कराने के लिए 4 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है. ऐसे में महात्मा गांधी की कर्मस्थली अनाशक्ति आश्रम कौसानी में इस आयोजित शिविर के पहले दिन चनौदा न्याय पंचायत की 6 महिला ग्राम प्रधानों के साथ दर्जनों वार्ड सदस्य ने प्रतिभाग किया.

संजीवनी सामाजिक संस्था.

इस मौके पर शिविर की मुख्य अतिथि द हंगर प्रोजेक्ट की सदस्य व कार्यक्रम संयोजक पुष्पा बोरा ने कहा कि महिलाओं को अपने पद और दायित्व का अहसास होना आवश्यक है. ऐसे में महिलाओं को राजनैतिक अधिकारों, सामाजिक अधिकारों, पद और दायित्व के साथ कार्य कौशल क्षमता बढ़ाने के टिप्स दिए जा रहे हैं. क्योंकि जनप्रतिनिधियों का अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक होना जरूरी है. जिसके लिए यह मुहिम शुरू की गई है.

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कार्यक्रम संजोयक पुष्पा बोरा ने बताया कि ताकुला ब्लॉक के 51 ग्राम पंचायतों की महिला ग्राम प्रधानों और पंचायत सदस्यों को अलग-अलग शिविरों में प्रशिक्षण दिया जाएगा. संजीवनी संस्था की सदस्य तुलसी साह ने कहा कि पंचायतों में महिलाएं सशक्त हो और पूरी जिम्मेदारी के साथ अपने गांव के विकास में भागीदारी करें यह सुनिश्चित किया जा रहा है. वहीं, प्रतिनिधियों का जागरूक किया जा रहा है कि वह अपनी मोहर का दुरुपयोग न होने दें. साथ ही स्वयं पंचायत के कार्यों को सम्पादित करें.

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