रानीखेत: गनियाद्योली विश्वा में को-ऑपरेटिव ड्रग फैक्ट्री का उच्च शिक्षा और सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने नवनिर्मित एनएबीएल (नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लेबोरेटरीज) माइक्रोबायोलाॅजिकल लैब का उद्घाटन किया. इस मौके पर धन सिंह रावत ने कहा कि इस लैब के खुल जाने से सभी आयुर्वेदिक दवाओं की जांच यहीं पर की जाएगी. जिससे बाहर भेजे जाने वाले सैंपल पर होने वाले खर्च से निजात मिलेगा. फैक्ट्री में निर्मित माल और बाहर से आने वाले कच्चे माल की भी जांच इस लैब में की जाएगी.
उच्च शिक्षा और सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने फैक्ट्री में उत्पादित किये जा रहे निर्मित माल का भी निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि यहां पर जो आयुर्वेदिक उत्पाद बनाए जाते हैं, उनकी अन्य जगह पर काफी मांग है. यह कारखाना हिमालयी क्षेत्र में पाई जाने वाली आयुर्वेदिक दवाओं को तैयार करने के साथ ही लोगों को रोजगार देता है. पहाड़ी क्षेत्र की प्रगति में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि सरकार सहकारिता क्षेत्र को आगे बढ़ाने का काम कर रही है. ताकि, आम लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके. लोग अपनी आजीविका को बढ़ाने का काम करेंगे. सरकार स्वयं सहायता समूह को 5-5 लाख रूपये ऋण शून्य प्रतिशत पर देने का कार्य कर रही है. उत्तराखंड सरकार पहली सरकार है, जो किसानों को शून्य प्रतिशत पर ऋण दे रही है.
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उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा सभी महाविद्यालयों में शत प्रतिशत प्राचार्य पद, फर्नीचर, किताबें, कम्प्यूटर, लैब, छात्रावास, भवन बनाने का कार्य किया जा रहा है. साथ ही सभी महाविद्यालयों में 4 जी नेट से जोड़ने का कार्य प्रगति पर है. छात्रों को जो-जो सुविधायें मिलनी चाहिये. वह सरकार द्वारा दी जा रही है. वहीं, धन सिंह रावत ने महाविद्यालय के छात्रों से वार्ता की और छात्र संघ अध्यक्ष को आश्वासन दिया कि उनकी 6 सूत्रीय मांगों को शीघ्र पूरा किया जायेगा.