हल्द्वानी/अल्मोड़ा: उत्तराखंड दुग्ध विकास विभाग के निदेशक संजय खेतवाल ने अल्मोड़ा दुग्ध संघ अध्यक्ष सहित 15 सदस्यीय प्रबंध कमेटी को सस्पेंड कर दिया है. प्रबंध कमेटी के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगे हैं. दुग्ध विकास विभाग के निदेशक संजय खेतवाल ने बताया कि अल्मोड़ा दुग्ध संघ की प्रबंध समिति पर पिछले 6 महीने से कई प्रकार के आरोप लगते आ रहे थे. आरोपों की प्रथम दृष्टया जांच कराई गई तो मामला सही मिला.
बिना रजिस्ट्रार की अनुमति खर्च किया बजट: इसके साथ ही वित्तीय अनियमितताओं को लेकर बिना रजिस्ट्रार की अनुमति बजट खर्च का मामला भी सामने आया है. लिहाजा पूरी कमेटी को निलंबित करके चार्ज प्रशासक के तौर पर मुख्य विकास अधिकारी अल्मोड़ा को दिया गया है. निदेशक संजय खेतवाल का कहना है कि अगले महीने उत्पादक एवं समितियों की खुली बैठक कराई जाएगी. जिस पर उन आरोपों के ऊपर चर्चा होगी. उसके बाद भी आगे फैसला लिया जाएगा.
ये भी पढ़ें: देहरादून में खुला प्रदेश का पहला आंचल कैफे, शहीद के परिवार को मिली संचालन की जिम्मेदारी
गोवा भ्रमण में भारी खर्च का आरोप: निदेशक उत्तराखंड दुग्ध विकास विभाग संजय खेतवाल ने बताया कि जांच पड़ताल में पाया गया कि अल्मोड़ा दूध उत्पादक सहकारी संघ प्रबंधक कमेटी द्वारा कई मामलों में गड़बड़ी की गई है. जहां प्रबंध समिति ने बिना रजिस्ट्रार की सहमति के ही कर्मचारियों को वेतन में वृद्धि के अलावा प्रबंधक कमेटी और उत्पादकों के गोवा भ्रमण के दौरान भारी भरकम बजट को खर्च किया गया. इसके अलावा कई अन्य मामलों में जांच कराई गई, जहां भारी अनियमितताएं की पाई गई थीं.
दुग्ध संघ की प्रबंध कमेटी सस्पेंड: ऐसे में अग्रिम आदेश तक बोर्ड को सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही प्रबंधक कमेटी की जगह पर शासन द्वारा प्रबंधक तैनात कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि पूरे मामले में प्रथम दृष्टया गड़बड़ी पाए जाने पर बोर्ड को सस्पेंड किया गया है. आगे की जांच की जा रही है. जांच रिपोर्ट को शासन को भी भेजने की कार्रवाई की जा रही है.