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विदेशी सैलानियों की पहली पसंद बनी कसार देवी, यहां की प्राकृतिक सुंदरता और शांति करती है आकर्षित

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Published : Apr 2, 2023, 4:56 PM IST

Updated : Apr 3, 2023, 10:16 AM IST

उत्तराखंड में कई ऐसे धार्मिक और पर्यटक स्थल हैं, जो अपने आप में काफी खास है. ऐसा ही एक स्थल कसार देवी है. जहां अध्यात्म के अलावा शांति पूर्ण वातावरण का एहसास होता है. खास बात ये है कि कसार देवी देश ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटकों के लिए सबसे पसंदीदा जगह बन गया है. यही वजह है कि यहां जो भी विदेशी पर्यटक आता है, वो यहीं का होकर रह जाता है.

Kasar Devi in Almora
कसार देवी अल्मोड़ा
विदेशी सैलानियों की पहली पसंद बनी कसार देवी.

अल्मोड़ाः उत्तराखंड के अल्मोड़ा में स्थित कसार देवी विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद बनी हुई है. यहां की नैसर्गिक सुंदरता उन्हें अपनी ओर बरबस ही आकर्षित करती है. इसके अलावा यहां का शांत वातावरण विदेशी पर्यटक को खूब भा रहा है. यही कारण है कि वो महीनों तक यहीं पर रुकना पसंद करते हैं. यहां से खूबसूरत हिमालय की श्रृंखलाओं का दीदार होता है. यह स्थान देश विदेश के पर्यटकों के साथ संगीतकार, लेखकों के लिए हमेशा से प्रिय रहा है.

महीनों तक ठहरते हैं विदेशी पर्यटकः पर्यटक यहां से दिखने वाली नंदादेवी, त्रिशूल और पंचाचूली के हिम शिखरों को निहारने पहुंचते हैं, जो उन्हें सुकून देता है. वहीं, ध्यान और योग के लिए भी इस स्थान में आते हैं. विदेशी पर्यटक यहां के ग्रामीणों के आवास में किराए पर कमरा लेकर महीनों और सालों तक रहते हैं, जिससे यह क्षेत्र कई बार एक विदेशी गांव भी प्रतीत होता है. कसार देवी से जहां एक और सांस्कृतिक नगर अल्मोड़ा दिखाई देता है तो वहीं दूसरी ओर हरे भरे पहाड़ों की अनगिनत शृंखला नजर आती हैं. उससे आगे हिमालय का विराट विस्तार दिखाई देता है.

बता दें कि कसार देवी से सटे सिमतोला क्षेत्र में नृत्य सम्राट उदय शंकर ने साल 1930 में नृत्य अकादमी बनाई थी. उस समय भी यह क्षेत्र देशी विदेशी कलाकारों से गुलजार रहा करता था. यह स्थान स्वामी विवेकानंद को भी पसंद था. उन्होंने भी यहां कसार देवी मंदिर के पास आकर ध्यान लगा कर ज्ञान अर्जित किया था. देशी विदेशी पर्यटकों की पसंदीदा जगह होने से अब इस क्षेत्र में अनेक होम स्टे, रिसॉर्ट, होटल भी बन चुके हैं.
ये भी पढ़ेंः केदारनाथ धाम में गिर रहे बर्फ के फाहे, चारधाम यात्रा की तैयारियों पर पड़ रहा असर

पर्यटक क्षेत्र बन जाने से कसार देवी और उससे सटे माट, मटेना, गदोली, पपरसैली और डीनापानी आदि अनेक गांव के ग्रामीणों की आर्थिक व्यवस्था सुधरी है. इस क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, अमेरिका और इजरायल के पर्यटक यहां देखे जा सकते हैं. क्षेत्र के होटल व्यवसायी मोहन सिंह रियाल ने बताया कि कसार देवी एक पर्यटन क्षेत्र के साथ साथ धार्मिक क्षेत्र भी है. यह विश्व के अनेक संगीतकार, लेखक सहित अनेक महान विभूतियां आती रही है.

उन्होंने बताया कि यहां देशी विदेशी पर्यटक ध्यान, योग समेत बर्ड वाचिंग, क्लाइंबिंग आदि के लिए आते हैं. वहीं, विदेशी पर्यटकों ने कहा कि कसार देवी बहुत सुंदर है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता समेत यहां के लोग काफी अच्छे है. उन्हें कसार देवी का यह क्षेत्र बहुत अच्छा लगता है, वो अक्सर यहां आते रहते हैं.

विदेशी सैलानियों की पहली पसंद बनी कसार देवी.

अल्मोड़ाः उत्तराखंड के अल्मोड़ा में स्थित कसार देवी विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद बनी हुई है. यहां की नैसर्गिक सुंदरता उन्हें अपनी ओर बरबस ही आकर्षित करती है. इसके अलावा यहां का शांत वातावरण विदेशी पर्यटक को खूब भा रहा है. यही कारण है कि वो महीनों तक यहीं पर रुकना पसंद करते हैं. यहां से खूबसूरत हिमालय की श्रृंखलाओं का दीदार होता है. यह स्थान देश विदेश के पर्यटकों के साथ संगीतकार, लेखकों के लिए हमेशा से प्रिय रहा है.

महीनों तक ठहरते हैं विदेशी पर्यटकः पर्यटक यहां से दिखने वाली नंदादेवी, त्रिशूल और पंचाचूली के हिम शिखरों को निहारने पहुंचते हैं, जो उन्हें सुकून देता है. वहीं, ध्यान और योग के लिए भी इस स्थान में आते हैं. विदेशी पर्यटक यहां के ग्रामीणों के आवास में किराए पर कमरा लेकर महीनों और सालों तक रहते हैं, जिससे यह क्षेत्र कई बार एक विदेशी गांव भी प्रतीत होता है. कसार देवी से जहां एक और सांस्कृतिक नगर अल्मोड़ा दिखाई देता है तो वहीं दूसरी ओर हरे भरे पहाड़ों की अनगिनत शृंखला नजर आती हैं. उससे आगे हिमालय का विराट विस्तार दिखाई देता है.

बता दें कि कसार देवी से सटे सिमतोला क्षेत्र में नृत्य सम्राट उदय शंकर ने साल 1930 में नृत्य अकादमी बनाई थी. उस समय भी यह क्षेत्र देशी विदेशी कलाकारों से गुलजार रहा करता था. यह स्थान स्वामी विवेकानंद को भी पसंद था. उन्होंने भी यहां कसार देवी मंदिर के पास आकर ध्यान लगा कर ज्ञान अर्जित किया था. देशी विदेशी पर्यटकों की पसंदीदा जगह होने से अब इस क्षेत्र में अनेक होम स्टे, रिसॉर्ट, होटल भी बन चुके हैं.
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पर्यटक क्षेत्र बन जाने से कसार देवी और उससे सटे माट, मटेना, गदोली, पपरसैली और डीनापानी आदि अनेक गांव के ग्रामीणों की आर्थिक व्यवस्था सुधरी है. इस क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, अमेरिका और इजरायल के पर्यटक यहां देखे जा सकते हैं. क्षेत्र के होटल व्यवसायी मोहन सिंह रियाल ने बताया कि कसार देवी एक पर्यटन क्षेत्र के साथ साथ धार्मिक क्षेत्र भी है. यह विश्व के अनेक संगीतकार, लेखक सहित अनेक महान विभूतियां आती रही है.

उन्होंने बताया कि यहां देशी विदेशी पर्यटक ध्यान, योग समेत बर्ड वाचिंग, क्लाइंबिंग आदि के लिए आते हैं. वहीं, विदेशी पर्यटकों ने कहा कि कसार देवी बहुत सुंदर है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता समेत यहां के लोग काफी अच्छे है. उन्हें कसार देवी का यह क्षेत्र बहुत अच्छा लगता है, वो अक्सर यहां आते रहते हैं.

Last Updated : Apr 3, 2023, 10:16 AM IST
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