अल्मोड़ा: कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड से हटाए जाने के बाद सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि श्रम बोर्ड में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है. उन्होंने श्रमिकों के लिए काम किया है. श्रमिकों के लिए कई लाभकारी योजनाएं चलाईं. उन्होंने कहा कि जो काम करता है, उंगली भी उसी पर उठती है.
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि उन्हें किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. उन्होंने प्रदेश के श्रमिकों के हित में काम किया है, अगर उन्हें इस प्रदेश की जनता एवं श्रमिक सर्टिफिकेट देंगे तो उन्हें स्वीकार्य होगा. हरक सिंह रावत ने उनके करीबियों को हटाए जाने के सवाल पर कहा कि उन्हें इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि अनिमितताएं एवं भष्टाचार की जो भी बातें कहीं जा रहीं हैं, वह सरासर गलत हैं.
हरक सिंह रावत ने कहा कि उन्होंने बीते 30 सालों में विधायक एवं मंत्री रहने के दरम्यान एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार देने का काम किया है. उन्होंने कहा कि इससे पहले श्रम बोर्ड को कोई नहीं जानता था. यहां तक कि उन्हें भी श्रम बोर्ड की जानकारी नहीं थी, लेकिन पिछले तीन सालों में मंत्री रहने के दौरान उन्होंने श्रमिकों के लिए काफी काम किए. आज श्रम बोर्ड को सभी जान रहे हैं. बता दें, हरक सिंह रावत आज अल्मोड़ा के प्रभारी मंत्री होने के नाते राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रम को लेकर आज देर सायं अल्मोड़ा पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने ये बयान दिए हैं.