सोमेश्वर: ग्राम पंचायतों के परिवार रजिस्टर में की जाने वाली ऑनलाइन प्रक्रिया में सरकारी तंत्र की भारी गड़बड़ी सामने आ रही है. ग्राम प्रधान संगठन की बैठक में बताया गया कि गांव के सैकड़ों परिवारों की प्रविष्टियों में अनियमितता बरती गई है. ऑनलाइन परिवार रजिस्टर में गरीब को अमीर और अमीर को गरीब दिखाया गया है, जबकि कई परिवारों के सदस्यों के नाम भी इसमें गलत दर्ज किये गये हैं.
अपनी मांगों को लेकर ग्राम प्रधान संगठन सोमेश्वर के सदस्यों ने सोमवार को हुकुम सिंह बोरा स्मारक में एक बैठक आयोजित की. इस मौके पर हुई सभा में ग्राम प्रधानों ने शासन को चेतावनी दी है कि अगर ग्राम प्रधानों की मांगों पर शीघ्र विचार नहीं किया तो वह उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे.
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ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष रणजीत नयाल ने कहा कि सरकारी तंत्र की घोर लापरवाही के कारण ग्राम पंचायतों के परिवार रजिस्टर में ऑनलाइन प्रविष्टियों में भारी गड़बड़ी की गई है. गरीब परिवारों को सरकारी नौकरी वाला दिखा कर उनके साथ घोर अन्याय किया गया है. जबकि कई नौकरी वालों को बेरोजगार दिखाया गया है.
इसके अलावा अनेक परिवारों के सदस्यों के नाम परिवार रजिस्टर से या तो गायब कर दिए गये हैं या गलत नाम दर्ज कर दिए गए हैं. इन सारी गड़बड़ियों का खामियाजा गरीब जनता को भुगतना पड़ रहा है.
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महासचिव कैलाश जोशी ने कहा कि राशन कार्ड के सत्यापन के लिए आय प्रमाण पत्र की बाध्यता को समाप्त किया जाय और ग्राम पंचायतों में प्रस्तावित सोशल ऑडिट को कोविड-19 के खतरे को देखते हुए शीघ्र स्थगित किया जाये. ग्राम पंचायत के अंतर्गत जल मिशन के कार्यों को ग्राम पंचायतों द्वारा कराए जाने सहित अन्य मांगों को लेकर भी आवाज उठाई गई. शीघ्र कार्रवाई न होने पर ग्राम प्रधानों ने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी शासन-प्रशासन को दी है.