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अल्मोड़ा: छात्रवृत्ति घोटाले में सजायाफ्ता पूर्व समाज कल्याण अधिकारी की मौत - Almora news

छात्रवृत्ति घोटाले में सजा काट रहे यूपी निवासी पूर्व समाज कल्याण अधिकारी की अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गयी है. वहीं, मृतक कैदी की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव पाई गई.

Almora News
मृतक.
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Published : Sep 8, 2020, 3:59 PM IST

अल्मोड़ा: बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में अल्मोड़ा जेल में सजा काट रहे यूपी निवासी पूर्व समाज कल्याण अधिकारी की अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गयी है. आज तबीयत बिगड़ने पर कैदी को जेल प्रशासन द्वारा जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक कैदी की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव पाई गई. जिसके बाद मृतक कैदी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.

जानकारी देते सीओ वीर सिंह.

बता दें कि दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाला मामले में यूपी के लखनऊ के अलीगंज निवासी राजेश सक्सेना के खिलाफ कूट रचित दस्तावेज तैयार कर व धोखाधड़ी के साथ छात्रवृत्ति हड़पने को लेकर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था. जिसके बाद विगत 12 जुलाई को आरोपी राजेश कुमार सक्सेना को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. आज सुबह कैदी की अचानक तबीयत बिगड़ने पर उसको जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जेल प्रशासन का कहना है कि कुछ दिनों से कैदी को लो बीपी की दिक्कत चल रही थी.

पढ़ें-बंशीधर भगत के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद प्रेमचंद अग्रवाल भी हुए सेल्फ आइसोलेट

विगत 5 सितंबर को भी कैदी को अस्पताल में इलाज के लिए भेजा था, जिसके बाद आज फिर उसकी तबीयत खराब होने पर अस्पताल ले जाया गया. सीओ वीर सिंह ने बताया कि कि छात्रवृत्ति घोटाले में मृतक कैदी को विगत जुलाई माह में गिरफ्तार किया गया था. मृतक कैदी पूर्व में यूपी के हापुड़ में समाज कल्याण अधिकारी था, उस दौरान उसने हापुड़ यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर धोखाधड़ी के साथ छात्रवृत्ति के रुपयों का गबन किया था. छात्रवृत्ति मामला सामने आने के बाद इसी साल जनवरी माह उसके खिलाफ रानीखेत थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. वहीं, आज कैदी की अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण मौत हो गई.

अल्मोड़ा: बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में अल्मोड़ा जेल में सजा काट रहे यूपी निवासी पूर्व समाज कल्याण अधिकारी की अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गयी है. आज तबीयत बिगड़ने पर कैदी को जेल प्रशासन द्वारा जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक कैदी की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव पाई गई. जिसके बाद मृतक कैदी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.

जानकारी देते सीओ वीर सिंह.

बता दें कि दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाला मामले में यूपी के लखनऊ के अलीगंज निवासी राजेश सक्सेना के खिलाफ कूट रचित दस्तावेज तैयार कर व धोखाधड़ी के साथ छात्रवृत्ति हड़पने को लेकर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था. जिसके बाद विगत 12 जुलाई को आरोपी राजेश कुमार सक्सेना को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. आज सुबह कैदी की अचानक तबीयत बिगड़ने पर उसको जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जेल प्रशासन का कहना है कि कुछ दिनों से कैदी को लो बीपी की दिक्कत चल रही थी.

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विगत 5 सितंबर को भी कैदी को अस्पताल में इलाज के लिए भेजा था, जिसके बाद आज फिर उसकी तबीयत खराब होने पर अस्पताल ले जाया गया. सीओ वीर सिंह ने बताया कि कि छात्रवृत्ति घोटाले में मृतक कैदी को विगत जुलाई माह में गिरफ्तार किया गया था. मृतक कैदी पूर्व में यूपी के हापुड़ में समाज कल्याण अधिकारी था, उस दौरान उसने हापुड़ यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर धोखाधड़ी के साथ छात्रवृत्ति के रुपयों का गबन किया था. छात्रवृत्ति मामला सामने आने के बाद इसी साल जनवरी माह उसके खिलाफ रानीखेत थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. वहीं, आज कैदी की अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण मौत हो गई.

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