अल्मोड़ा: बीएड की डिग्री को लेकर लंबे समय से विवाद झेल रहे अपर शिक्षा निदेशक कुमाऊं मुकुल कुमार सती की बीएड की उपस्थिति पंजिका गायब होने के संबंध में आज अल्मोड़ा कोतवाली में एफआईआर दर्ज हुई है. जिसके बाद सती की बीएड डिग्री का विवाद एक बार फिर गर्मा गया है.
अपर शिक्षा निदेशक कुमाऊं मुकुल कुमार सती की बीएड की डिग्री को लेकर लंबे समय से सवाल उठ रहे हैं. अपर शिक्षा निदेशक कुमाऊं मुकुल कुमार सती पर आरोप है कि 1989-90 में हल्द्वानी के हरिदत्त कालेज में प्राध्यापक रहने के दौरान उन्होंने 100 किलोमीटर दूर एसएसजे परिसर अल्मोड़ा से बीएड की डिग्री (जिसके लिए 75 फीसदी अटेंडेंस अनिवार्य है) आखिर कैसे हासिल कर ली? जिसमें आरटीआई लगाने पर भी अभी तक कोई उत्तर नहीं मिल सका है.
हल्द्वानी निवासी आरटीआई एक्टविस्ट भाष्कर चंद्र बृजवासी ने विगत कुछ साल पहले आरटीआई के माध्यम से अपर शिक्षा निदेशक कुमाऊं मुकुल कुमार सती की साल 1989 -90 कुमाऊं यूनिवर्सिटी के एसएसजे परिसर अल्मोड़ा से किये गए बीएड की उपस्थित पंजिका का ब्यौरा मांगा गया था. अभिलेख नहीं मिलने की सूचना के बाद 10 जुलाई 2020 को राज्य सूचना आयुक्त चंद्र सिंह नपलच्याल द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आदेश दिया गया कि विभागीय कमेटी बनाकर मुकुल कुमार सती के अभिलेख खोजे जाय. अगर अभिलेख नही मिलते हैं तो अभिलेख खोने के संबंध में एफआईआर दर्ज की जाय.
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इसके लिए अल्मोड़ा एसएसजे परिसर के विभागाध्यक्ष विजय रानी ढौंडियाल के नेतृत्व में तीन सदस्यों की कमेटी गठित की गई. मुकुल कुमार सती की बीएड के करने के अभिलेख नहीं मिलने के बाद आखिरकार एसएसजे परिसर के विभागाध्यक्ष विजय रानी ढौंडियाल ने अल्मोड़ा कोतवाली में अभिलेख गायब होने के सम्बंध में एफआईआर दर्ज करने का प्रस्ताव दिया गया. वहीं, अल्मोड़ा के कोतवाल हरेंद्र चौधरी ने बताया कि अपर शिक्षा निदेशक कुमाऊं मुकुल कुमार सती के बीएड की हजारी गायब होने के सम्बंध में एफआईआर दर्ज की गई है.