अल्मोड़ा: विधानसभा चुनाव हो या फिर दो-दो लोकसभा चुनाव, पिछले दोनों चुनाव में उत्तराखंड कांग्रेस की बुरी हार हुई है. चुनावों में करारी हार के बाद कांग्रेस संगठन की कमजोरी पर हमेशा सवाल खड़े होते रहे हैं. अब खुद कांग्रेस विधायक का कहना है कि अगर पार्टी खुद को संगठनात्मक रूप से मजबूत नहीं करती तो पार्टी का पतन जारी रहेगा. उन्होंने आलाकमान से इस दिशा में कदम उठाने की अपील की है.
द्वाराहाट के विधायक व राज्य कांग्रेस के उपाध्यक्ष मदन सिंह बिष्ट का कहना है कि, इन दिनों अगर पार्टी का कोई व्यक्ति विधानसभा चुनाव में जीत का स्वाद चखता है तो खुद के बल पर विधायक बनता है क्योंकि संगठन की ओर से कोई समर्थन नहीं मिलता. इसका उदाहरण देते हुए बिष्ट ने कहा कि, उन्होंने भी बिना किसी संगठनात्मक समर्थन के चुनाव जीता है.
मदन सिंह बिष्ट ने कहा कि, संगठन पार्टी की रीढ़ होती है. कांग्रेस को अपने कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाने के साथ ही संगठन को मजबूत करने की जरूरत है. कांग्रेस संगठन के अंदर कई कमियां हैं. संगठन चलाने के लिए पैसा, झंडा समेत कई चीजों की आवश्यक्ता होती है. उन्होंने कांग्रेस हाईकमान से संगठन को मजबूत करने की अपील करते हुए कहा कि, जब तक कांग्रेस अपना संगठन मजबूत नहीं करेगी तब तक पार्टी लगातार नीचे गिरते जाएगी.
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वहीं, अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी भाजपा की प्रशंसा करते हुए बिष्ट ने कहा कि, ये पार्टी व्यक्तियों के कारण नहीं बल्कि इसकी संगठनात्मक ताकत के कारण अच्छा कर रही है. इसलिए उन्होंने भी कांग्रेस पार्टी आलाकमान से भी ऐसा ही कुछ करने की अपील की है, नहीं तो इसका पतन जारी रहेगा.
गौर हो कि कांग्रेस, जो फरवरी में हुए विधानसभा चुनावों में उत्तराखंड में वापसी की उम्मीद कर रही थी, एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से हार गई. कांग्रेस ने 70 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में भाजपा की 47 के मुकाबले केवल 19 सीटें जीतीं. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और निर्दलीय को दो-दो सीटें मिली हैं.