अल्मोड़ाः सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत हर घर पेयजल लाइन तो बिछा दी है, लेकिन हकीकत यह है कि यह लाइनें अभी सूखी हुई हैं. गर्मियों का सीजन आते ही पहाड़ी क्षेत्रों में पानी की किल्लत शुरू हो गई है. अल्मोड़ा जिले के शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक पेयजल को लेकर इन दिनों हाहाकार मचा हुआ है. कहीं लोग पैदल मीलों चलकर कंधे में पानी के बर्तन ढो रहे हैं तो कहीं टैंकरों के सहारे लोग प्यास बुझाने को मजबूर हैं.
अल्मोड़ा जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर लमगड़ा क्षेत्र में बीते एक महीने से लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं. आलम यह है कि यहां के लोगों की प्यास बुझाने के लिए अल्मोड़ा जिला मुख्यालय से पानी का टैंकर पहुंच रहा है. जिसके बाद घंटों लाइन में खड़े होकर लोगों को सीमित मात्रा में पेयजल की आपूर्ति हो पा रही है.
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लमगड़ा के ग्रामीणों का कहना है कि यहां लंबे समय से पानी की किल्लत बनी हुई है. घरों में पहुंचे नल सूखे पड़े हैं. ऐसे में जल संस्थान को फोन करने के बाद अब अल्मोड़ा से पेयजल का टैंकर भेजा जा रहा है. जिसमें उन्हें लंबी-लंबी कतारों में खड़ा होकर पानी मुहैया हो पा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि अभी गर्मियों की शुरुआत है, आगे पानी की ज्यादा किल्लत होगी.