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10 साल बाद भी नहीं बना भकूना नदी पर पुल, जान जोखिम में डालने को ग्रामीण मजबूर

सड़क निर्माण के एक दशक बाद भी भकूना नदी के ऊपर पुल का निर्माण प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना विभाग नहीं कर सका. जिसका खामियाजा आधा दर्जन से अधिक गांवों की जनता को भुगतना पड़ रहा है.

जान जोखिम में डालने को ग्रामीण मजबूर
जान जोखिम में डालने को ग्रामीण मजबूर
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Published : Jun 12, 2021, 5:02 PM IST

Updated : Jun 12, 2021, 8:18 PM IST

सोमेश्वर: ताकुला विकासखंड (Takula Block) के आधा दर्जन से अधिक गांवों को जोड़ने वाली बसोली-नाईढोल सड़क (Basoli-Naidhol Road) में भकूना नदी (Bhakuna River) के ऊपर पुल नहीं बनने से ग्रामीण जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं. वहीं, मॉनसून सीजन (monsoon season) में नदी का जलस्तर (river level rise) बढ़ने से कई वाहन फंसने से लोगों में हड़कंप मच गया.

बसोली-नाईढोल सड़क में भकूना नदी के ऊपर पुल का निर्माण नहीं होने के कारण वाहन चालकों तथा ग्रामीणों को अनेक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. पिछले 2 दिनों से हो रही बरसात के कारण नदी का जलस्तर बढ़ने से सड़क पर आवाजाही बाधित है. भकूना नदी में जलस्तर बढ़ने (Water level rises in Bhakuna river) से अनेकों वाहन पानी के बीच फंस गए.

बता दें कि सड़क निर्माण के एक दशक बाद भी भकूना नदी के ऊपर पुल का निर्माण प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना विभाग (Pradhan Mantri Gramin Sadak Yojana) नहीं कर सका. जिसका खामियाजा इस सड़क मार्ग से जुड़े आधा दर्जन से अधिक गांवों की जनता को भुगतना पड़ रहा है.

जान जोखिम में डालने को ग्रामीण मजबूर

ये भी पढ़ें: पहाड़ी से गिरा बोल्डर, नीचे दौड़ रही थी बाइक, फिर क्या हुआ देखिए वीडियो

बीजेपी मंडल कमेटी ताकुला के महामंत्री जगदीश सिंह डंगवाल का कहना है कि कार्यदायी संस्था की लापरवाही और मनमानी से किसानों के खेतों में मलबा भर रहा है. पुल का निर्माण नहीं होने से ग्रामीणों को जोखिम उठाकर नदी पार करना पड़ रहा है. स्कूली बच्चों, कामकाजी महिलाओं और मवेशियों को भी नदी में उतर कर आवाजाही करनी पड़ रही है. उन्होंने शीघ्र पुल निर्माण और सड़क के गड्ढों को भरने की मांग की है.

वहीं, कार्यदायी संस्था के अधिशासी अभियंता केसी आर्य का कहना है कि पुल निर्माण के लिए विभाग ने 6 बार निविदा आमंत्रित की, लेकिन किसी भी ठेकेदार ने टेंडर नहीं डाला. वर्तमान में एक ठेकेदार द्वारा पुल निर्माण के लिए बुनियाद स्तर तक कार्य किया जा चुका है, लेकिन अभी भी पुल का निर्माण होने में 6 माह से अधिक का समय लगेगा.

सोमेश्वर: ताकुला विकासखंड (Takula Block) के आधा दर्जन से अधिक गांवों को जोड़ने वाली बसोली-नाईढोल सड़क (Basoli-Naidhol Road) में भकूना नदी (Bhakuna River) के ऊपर पुल नहीं बनने से ग्रामीण जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं. वहीं, मॉनसून सीजन (monsoon season) में नदी का जलस्तर (river level rise) बढ़ने से कई वाहन फंसने से लोगों में हड़कंप मच गया.

बसोली-नाईढोल सड़क में भकूना नदी के ऊपर पुल का निर्माण नहीं होने के कारण वाहन चालकों तथा ग्रामीणों को अनेक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. पिछले 2 दिनों से हो रही बरसात के कारण नदी का जलस्तर बढ़ने से सड़क पर आवाजाही बाधित है. भकूना नदी में जलस्तर बढ़ने (Water level rises in Bhakuna river) से अनेकों वाहन पानी के बीच फंस गए.

बता दें कि सड़क निर्माण के एक दशक बाद भी भकूना नदी के ऊपर पुल का निर्माण प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना विभाग (Pradhan Mantri Gramin Sadak Yojana) नहीं कर सका. जिसका खामियाजा इस सड़क मार्ग से जुड़े आधा दर्जन से अधिक गांवों की जनता को भुगतना पड़ रहा है.

जान जोखिम में डालने को ग्रामीण मजबूर

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बीजेपी मंडल कमेटी ताकुला के महामंत्री जगदीश सिंह डंगवाल का कहना है कि कार्यदायी संस्था की लापरवाही और मनमानी से किसानों के खेतों में मलबा भर रहा है. पुल का निर्माण नहीं होने से ग्रामीणों को जोखिम उठाकर नदी पार करना पड़ रहा है. स्कूली बच्चों, कामकाजी महिलाओं और मवेशियों को भी नदी में उतर कर आवाजाही करनी पड़ रही है. उन्होंने शीघ्र पुल निर्माण और सड़क के गड्ढों को भरने की मांग की है.

वहीं, कार्यदायी संस्था के अधिशासी अभियंता केसी आर्य का कहना है कि पुल निर्माण के लिए विभाग ने 6 बार निविदा आमंत्रित की, लेकिन किसी भी ठेकेदार ने टेंडर नहीं डाला. वर्तमान में एक ठेकेदार द्वारा पुल निर्माण के लिए बुनियाद स्तर तक कार्य किया जा चुका है, लेकिन अभी भी पुल का निर्माण होने में 6 माह से अधिक का समय लगेगा.

Last Updated : Jun 12, 2021, 8:18 PM IST
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