सोमेश्वर: पर्वतीय अंचलों में गुलदार के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. वहीं सोमेश्वर के चनौदा न्याय पंचायत के गुरुड़ा गांव में एक 16 वर्षीय किशोर पर गुलदार ने हमला कर घायल कर दिया. लेकिन गनीमत ये रही कि किशोर ने किसी तरह गुलदार के चुंगल से बचकर 50फीट गहरी खाई में कूदकर जान बचाई. वहीं, किशोर के साथी किसी तरह उसे गांव तक लाए, जहां से ग्रामीणों ने उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोमेश्वर पहुंचाया जहां उसका उपचार चल रहा है.
गौर हो कि आदर्श बोरा पुत्र राजेंद्र सिंह बोरा अपने चार अन्य साथियों के साथ गांव के समीप सुनपाड़ीं के जंगल में जानवरों को चराने ले गया था. वहां पहले से घात लगाए बैठे गुलदार ने अचानक बैल पर हमला कर दिया. चरवाहों के शोर मचाने पर गुलदार जानवरों को छोड़कर आदर्श बोरा पर झपट पड़ा. अन्य साथियों के शोर मचाने पर भी गुलदार मौके से नहीं भागा. आदर्श ने लगभग 50 फीट गहरी खाई में कूदकर अपनी जान बचाई.
पढ़ें-गौला नदी किनारे मिला गुलदार का शव, जांच में जुटा वन महकमा
जिसके बाद उसके साथियों ने उसे गांव तक पहुंचाया. ग्रामीण घायल आदर्श को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोमेश्वर में भर्ती कराया, जहां उसका उपचार चल रहा है. गुलदार के हमले में घायल अंकित बोरा ने बताया कि वह अपने बैल को गुलदार के चंगुल से छुड़ाने के लिए जैसे ही जा रहा था गुलदार उसके ऊपर झपट पड़ा. वहीं, सरपंच लीला बोरा ने बताया है कि गांव में एक माह के भीतर गुलदार के हमले की दो घटनाएं हो चुकी हैं.
पढ़ें-पिंजरे में कैद हुआ आतंक का पर्याय बना गुलदार, लोगों ने ली राहत की सांस
इससे पहले दीवान सिंह पर गुलदार ने जानलेवा हमला किया था और उनकी दो बकरियों को निवाला बनाया था. लीला बोरा ने वन विभाग से गांव के समीप पिंजरा लगाने व गुलदार के हमले में घायल किशोर को मुआवजा दिए जाने की मांग की है. वहीं, वन विभाग के वन क्षेत्राधिकारी बिशन लाल का कहना है कि उन्हें मामले की जानकारी मिल गई है, कर्मचारियों को मौके पर भेजा जा रहा है ताकि घायल किशोर को नियमानुसार मुआवजा मिल सके.