अल्मोड़ा: सालम क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानी नर सिंह और टीका सिंह ने अंग्रेजों से लड़ते हुए 25 अगस्त 1942 को इस स्थान पर अपना बलिदान दिया था. उनकी बरसी पर हर साल धामदेव में इस दिवस को सालम क्रांति दिवस के रुप में मनाया जाता है. प्रभारी मंत्री ने कहा कि सालम क्रांति देश एवं दुनिया में विशेष स्थान रखती है. देश की आजादी के लिए जैंती क्षेत्र का अहम योगदान रहा है.
सालम क्रांति के नायक हैं नर सिंह और टीका सिंह: उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से आने वाले दिनों में सालम क्रांति के शहीद नर सिंह धानिक एवं शहीद टीका सिंह के बलिदान को कक्षा 12 तक के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा. वहीं धन सिंह रावत ने कहा कि सालम क्रांति शहीद स्मारक के विभिन्न कार्यों को करने के लिए 25 लाख रुपए भी अवमुक्त किए जाएंगे. प्रभारी मंत्री ने कहा कि सरकार सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर लगातार काम कर रही है. राज्य के विकास के लिए लगातार महत्वपूर्ण निर्णय ले रही है.
70 फीसदी से ज्यादा अंक लाने पर मिलेगी छात्रवृत्ति: शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि कक्षा 6 से 12 तक की कक्षा के बच्चों को परीक्षा में 70 प्रतिशत या उससे अधिक नंबर लाने पर सरकार उनके लिए छात्रवृत्ति की व्यवस्था करने जा रही है. वहीं जैंती अस्पताल में 1 करोड़ रुपए की लागत से व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने एवं डिग्री कॉलेज जैंती को 5 करोड़ रुपए दिए जाने की घोषणा की. इस दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों को अंगवस्त्र ओढ़ाकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में पूर्व विधान सभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने भी शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए. वहीं कहा कि सालम की धरती वीरों की धरती है. देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूल सकता है.
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