अल्मोड़ा: आगामी 6 से 18 नवंबर तक मिस्र में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP27) होने जा रहा है. इस सम्मेलन में विश्व भर में हो रहीं मौसम संबंधी घटनाओं, यूक्रेन में युद्ध के कारण उपजे ऊर्जा संकट और उसके वैज्ञानिक तथ्यों एवं चेतावनियों पर बात की जाएगी. ऐसे में मिस्र के शर्म अल शेख में होने जा रहे इस सम्मेलन में अल्मोड़ा के जन्मेजय तिवारी और उच्च न्यायालय की अधिवक्ता स्निग्धा तिवारी प्रतिभाग करेंगे. लिहाजा, इस सम्मेलन में प्रतिभाग करने के लिए दोनों भाई-बहन दिल्ली से मिस्र के लिए रवाना हो गए हैं.
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क ऑफ क्लाइमेट चेंज कॉन्फ्रेंस UNFCC द्वारा COP27 सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. यह ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन पर दुनिया की सरकारों एवं नागरिक समाज की चिंताओं पर विचार विमर्श का सर्वोच्च मंच है. वहीं, मिस्र के शर्म अल शेख रवाना होने से पहले इन दोनों युवाओं ने कहा कि सम्मेलन के दौरान भारत और दुनिया के अन्य क्षेत्रों से सम्मेलन में पहुंचने वाले युवाओं के साथ मिलकर इस वैश्विक समस्या के हल की दिशा में आगे बढ़ने के लिए एकजुटता से प्रयास करेंगे.
पढ़ें- उत्तराखंड में 6 और 7 नवंबर को इन जिलों में बारिश और बर्फबारी के आसार, रहिए अलर्ट
जन्मेजय ने कहा कि सामाजिक विकास के लिए पर्यावरणीय न्याय सामाजिक न्याय के बिना पूरा नहीं हो सकता है. इसके लिए सरकारों के साथ समुदायों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सार्थक प्रयास जरूरी हैं. सम्मेलन में भागीदारी करने जा रहे इन युवाओं ने कहा कि इस सम्मेलन में भारत जैसे विकासशील देशों की समस्याओं को भी सामने लाने का प्रयास करेंगे. गौर हो कि जन्मेजय और स्निग्धा उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी एवं स्वर्गीय मंजू तिवारी के बेटा-बेटी हैं. जो पिछले इसी साल ग्लास्गो आयरलैंड में हुए COP 26 में भी भागीदारी कर चुके हैं.