अल्मोड़ा: एसएसबी स्वयं सेवक (गुरिल्ला) जिला मुख्यालय में नौकरी और पेंशन की मांग को लेकर लगातार आंदोलनरत हैं. वे पिछले 100 दिनों से धरने पर हैं. गुरिल्लों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की. साथ ही अपने आंदोलन को तेज धार देते हुए आम जनता का समर्थन की मांग करते हुए गोलू मंदिर चितईं में व्यापक हस्ताक्षर अभियान चलाया.
हस्ताक्षर अभियान के दौरान गुरिल्लों ने जनता से आग्रह किया कि वह सीमा की सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिये भारत-चीन युद्ध के बाद बनायी गयी गुरिल्ला युक्त सुरक्षा प्रणाली को बहाल करवाने में उनके आंदोलन को समर्थन दें.
साथ ही उन्होंने कहा कि गत 9 अगस्त क्रांति दिवस पर अन्य संगठनों के साथ मिलकर आंदोलन चलाने के क्रम में गुरिल्ला संगठन गैरसैण राजधानी बनाये जाने को भी अपने आंदोलन के साथ जोड़ रहा है. पहाड़ से पलायन रोकने, रोजगार पैदा करने के अवसरों और उद्योगों को पहाड़ चढ़ाने का यही विकल्प शेष रह गया है.
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पहाड़ के विकास के तमाम सरकारी प्रयास राज्य बनने के 19 वर्षों में विफल ही साबित हुए हैं इसलिये जहां आज आम जनता से गुरिल्लों ने प्रधानमन्त्री एवं गृहमंत्री को भेजे जाने वाले गुरिल्लों के आंदोलन के समर्थन में हस्ताक्षर करवाए.
वहीं, मुख्यमंत्री को भेजे जाने वाले गैरसैण को शीघ्र राज्य की राजधानी बनाये जाने की मांग के ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर करवाए. इस अवसर पर संगठन ने कहा कि यह क्रम आगे भी जारी रहेगा. पूरे उत्तराखंड से कम से कम एक लाख हस्ताक्षर करवाकर प्रधानमन्त्री को ज्ञापन विभिन्न चरणों में भेजे जायेंगे.