अल्मोड़ा: लॉकडाउन के दौरान भारी संख्या में प्रवासी उत्तराखंड लौट चुके हैं, ऐसे में अब उनके सामने रोजगार की समस्या खड़ी हो गई है. इस समस्या को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से प्रवासियों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से रोजगार से जोड़ा जा रहा है. जिला उद्योग केंद्र द्वारा प्रवासियों को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं. वहीं, कृषि विभाग ने भी प्रवासियों को कृषि क्षेत्र में रोजगार से जोड़ने की पहल की है.
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक डॉ. दीपक मुरारी ने बताया कि कोरोनाकाल में महानगरों से लौट रहे प्रवासियों को रोजगार देने के लिए मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय विकास भवन द्वारा उनकी रोजगार की दक्षता को देखकर सूची तैयार की गई है. विकास भवन द्वारा जो लोग स्वरोजगार करना चाहते उसकी सूची भी जिला उद्योग केंद्र को सौंपी गई है. उनमें से लगभग एक हजार लोगों ने स्वरोजगार को लेकर संपर्क किया है. जिसमें लगभग 650 लोगों ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत अपना रोजगार खोलने के लिए आवेदन किया है. वहीं 35 लोगों ने प्रधानमंत्री स्वरोजगार के तहत आवेदन किया है, जबकि कई लोग एमएसएमई के लिए जानकारी लेने पहुंचे हैं.
वहीं, प्रवासियों को कृषि क्षेत्र में रोजगार के लिये कृषि विभाग ने भी योजना बनानी शुरू कर दी है. कृषि विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में बैठकें शुरू कर उनको कृषि के माध्यम से रोजगार से जुड़ने के लिये जागरूक किया जा रहा है. कृषि अधिकारी प्रियंका सिंह ने बताया कि जिले में लौट रहे प्रवासियों के लिये कृषि विभाग ने भी कृषि क्षेत्र में उन्हें रोजगार देने की योजना तैयार की है, जो इस योजना में रुचि रखते हों, वो विभाग की योजना का फायदा उठा सकते हैं.
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उन्होंने बताया कि इन दिनों कृषि विभाग जिले की 95 न्याय पंचायतों में छोटी-छोटी गोष्ठियों का आयोजन कर किसानों को जागरूक करने का काम कर रहा है. बता दें, अल्मोड़ा जिले में बाहर से 31 हजार से ज्यादा प्रवासी विगत 2 माह में पहुंच चुके हैं, उनमें से अधिकांश लोगों को रोजगार की समस्या बनी हुई है.