अल्मोड़ा: औषधीय गुणों से युक्त पहाड़ के मंडुवा एवं झंगोरा जैसे अनाज को अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन कवायद में जुट चुका है. पहाड़ के मंडुवा एवं झंगोरा की बाजार में भारी मांग को देखते इसके खरीद की जिम्मेदारी सहकारी संस्थाओं को सौंपी गई है. यह सहकारी संस्थाएं किसानों से इस अनाज को खरीद कर बाजार तक पहुंचायेगी, इससे जिले के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों को मंडुवा एवं झंगोरा का उचित मूल्य भी मिल सकेगा.
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स्टेट मिलेट मिशन योजना 2020-21 के अंतर्गत अब सीधे किसानों से मंडुवा एवं झंगोरा की खरीद सहकारी संस्थाओं के माध्यम से किया जायेगा. जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि मंडुवा एवं झंगोरा की देश-विदेश के बाजारों में भारी मांग है. अबतक उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों का यह उत्पाद बाजार तक नहीं पहुंच पाता था. इसी को देखते हुए जनपद अल्मोड़ा में मंडुवा एवं झंगोरा की खरीद के लिये 8 क्रय केंद्र स्थापित किये गये हैं, जिनमें बहुउद्देशीय प्रारम्भिक कृषि ऋण सहकारी समिति पनुवानौला, कोलदोड़म, महाकालेश्वर, गुदलेख, ताड़ीखेत, भैसड़गांव, कुवॉली एवं स्याल्दे में क्रय केन्द्र बनाये गये हैं.
जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ लिमिटेड देहरादून द्वारा मंडुवा एवं झंगोरा की क्रय दरें निर्धारित की गयी हैं. जनपद की इन क्रय केन्द्रों पर सहकारी समितियां किसानों से दो हजार रुपये प्रति कुंतल की दर से मंडुवा व दो हजार पांच सौ रुपया प्रति कुंतल की दर से झंगोरा खरीदेगी. सहकारी समितियों के इन क्रय केन्द्रों पर खरीद का कार्य शुरू कर दिया है.