अल्मोड़ा: पलायन का दंश झेल रहे गांवों को फिर से आबाद किए जाने की कवायद तेज हो गई है. पलायन के कारण खाली हो चुके गांवों को फिर से पुराने स्वरूप में लाने के लिए मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना के तहत अल्मोड़ा जिले में काम शुरू हो गया है. इस योजना के तहत अल्मोड़ा जिले में 7 ग्राम सभाओं के 22 राजस्व गांवों का चयन किया है. जिनमें गांवों में लौटे प्रवासियों को रोजगार से भी जोड़ा जाएगा.
पढ़ें- हरिद्वार महाकुंभ की सुरक्षा होगी अभेद्य, NSG की दो टीमें रहेंगी तैनात
जिला विकास अधिकारी केके पंत ने बताया कि इस योजना के तहत पलायन की मार झेल रहे गांवों को फिर से विकसित किया जाएगा. साथ ही वहां पर रोजगारपरक योजनाओं का संचालन किया जाएगा, ताकि इन गांवों में रहने वालों की आर्थिक स्थिति बेहतर बनाई जा सके.
पढ़ें- मकर संक्रांति: तीर्थनगरी के गंगा घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, खूब कर रहे दान-पुण्य
चयनित गांवों में बागवानी, डेयरी, कृषि, सामुदायिक केंद्र, सड़कें, पुल, सिंचाई के साधन, खेल के मैदान, स्कूलों को विकसित कर रोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा. जिससे पलायन पर भी रोक लगेगी. उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत अल्मोड़ा जिले को 3 करोड़ 29 लाख की धनराशि प्राप्त हुई है. जिसके तहत जनवरी से लेकर मार्च तक इस योजना का कार्य किया जाएगा.