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'पाकिस्तान को अब एफएटीएफ की ब्लैकलिस्ट में डाल देना चाहिए'

पाकिस्तान के मंसूबे किसी से भी छिपे नहीं हैं. अब इमरान खान के खुद के मंत्री के बयान के बाद यह बात और भी साफ हो गई है. पाक के संघीय मंत्री फवाद चौधरी के बयान के बाद भारत के लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) विनोद भाटिया ने कहा है कि पाक को एफएटीएफ की काली सूची में डाल देना चाहिए.

'पाक को एफएटीएफ की ब्लैकलिस्ट में डाल देना चाहिए'
'पाक को एफएटीएफ की ब्लैकलिस्ट में डाल देना चाहिए'
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Published : Oct 30, 2020, 8:10 AM IST

Updated : Oct 30, 2020, 9:14 AM IST

नई दिल्ली : लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) विनोद भाटिया ने कहा कि पुलवामा हमले में पाक की भूमिका वाले फवाद चौधरी के बयान के बाद इस बात को भारत और दुनिया को ध्यान में रखना चाहिए. पाक के संघीय मंत्री फवाद चौधरी द्वारा पुलवामा हमले में पाक के शामिल होने की बात स्वीकारने के बाद उसे (पाकिस्तान) फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की काली सूची में डाल देना चाहिए.

भाटिया ने एक रिकॉर्डेड संदेश में कहा कि पाकिस्तान आतंक का गढ़ है. उन्होंने (पाक) पुलवामा में हुए हमले में हाथ होने का दावा किया है. उनके मंत्री ने कहा कि यह इमरान खान की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है. यह देखना बाकी है कि हम इस मामले में आगे क्या करते हैं.

उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FAT) द्वारा ब्लैकलिस्ट किया जाना चाहिए और पुलवामा आतंकी हमले का जवाब देना चाहिए.

यह भी पढ़ें- इमरान के मंत्री ने कबूला, पाकिस्तान ने पुलवामा हमला करवाया

उन्होंने कहा कि बालाकोट पर जो हमले किए गए हैं, वे वीभत्स हैं. लगभग 80 प्रतिशत आतंकवादी गतिविधियां प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान से संबंधित हैं. दुनिया और भारत को इस बयान पर ध्यान देना चाहिए.

पुलवामा आतंकी हमले में अपनी भूमिका की आधिकारिक स्वीकारोक्ति में, पाकिस्तान के संघीय मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि हमने भारत में प्रवेश किया. पुलवामा में हमारी उपलब्धि इमरान खान के नेतृत्व में पूरे समुदाय की उपलब्धि है. इसके लिए आप सभी का भी श्रेय है.

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी, 2019 को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए नृशंस आतंकी हमले ने 40 कर्मियों की जान ले ली. आतंकवादियों ने बस से विस्फोटक से भरे वाहन को टक्कर मार दी. काफिले में 78 बसें थीं, जिनमें लगभग 2500 कर्मी जम्मू से श्रीनगर की यात्रा कर रहे थे.

पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (JeM) ने पुलवामा आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदारी का दावा किया था. पाकिस्तान ने हमले की जिम्मेदारी से बार-बार इनकार किया.

कुछ दिनों बाद भारत ने पाकिस्तान में जेश के बालाकोट आतंकी प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला करते हुए शहीदों के बलिदान का बदला लिया.

पढ़ें : अभिनंदन की रिहाई पर पाक सांसद बोले- थर-थर कांप रहे थे बाजवा, हमले का था डर

भारत ने आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा भी वापस ले लिया था. देश ने कहा था कि विदेश मंत्रालय हर संभव कूटनीतिक कदम उठाएगा.

अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने आतंकी हमले के मद्देनजर भारत को अपना मजबूत समर्थन देने की भी बात कही.

नई दिल्ली : लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) विनोद भाटिया ने कहा कि पुलवामा हमले में पाक की भूमिका वाले फवाद चौधरी के बयान के बाद इस बात को भारत और दुनिया को ध्यान में रखना चाहिए. पाक के संघीय मंत्री फवाद चौधरी द्वारा पुलवामा हमले में पाक के शामिल होने की बात स्वीकारने के बाद उसे (पाकिस्तान) फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की काली सूची में डाल देना चाहिए.

भाटिया ने एक रिकॉर्डेड संदेश में कहा कि पाकिस्तान आतंक का गढ़ है. उन्होंने (पाक) पुलवामा में हुए हमले में हाथ होने का दावा किया है. उनके मंत्री ने कहा कि यह इमरान खान की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है. यह देखना बाकी है कि हम इस मामले में आगे क्या करते हैं.

उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FAT) द्वारा ब्लैकलिस्ट किया जाना चाहिए और पुलवामा आतंकी हमले का जवाब देना चाहिए.

यह भी पढ़ें- इमरान के मंत्री ने कबूला, पाकिस्तान ने पुलवामा हमला करवाया

उन्होंने कहा कि बालाकोट पर जो हमले किए गए हैं, वे वीभत्स हैं. लगभग 80 प्रतिशत आतंकवादी गतिविधियां प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान से संबंधित हैं. दुनिया और भारत को इस बयान पर ध्यान देना चाहिए.

पुलवामा आतंकी हमले में अपनी भूमिका की आधिकारिक स्वीकारोक्ति में, पाकिस्तान के संघीय मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि हमने भारत में प्रवेश किया. पुलवामा में हमारी उपलब्धि इमरान खान के नेतृत्व में पूरे समुदाय की उपलब्धि है. इसके लिए आप सभी का भी श्रेय है.

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी, 2019 को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए नृशंस आतंकी हमले ने 40 कर्मियों की जान ले ली. आतंकवादियों ने बस से विस्फोटक से भरे वाहन को टक्कर मार दी. काफिले में 78 बसें थीं, जिनमें लगभग 2500 कर्मी जम्मू से श्रीनगर की यात्रा कर रहे थे.

पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (JeM) ने पुलवामा आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदारी का दावा किया था. पाकिस्तान ने हमले की जिम्मेदारी से बार-बार इनकार किया.

कुछ दिनों बाद भारत ने पाकिस्तान में जेश के बालाकोट आतंकी प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला करते हुए शहीदों के बलिदान का बदला लिया.

पढ़ें : अभिनंदन की रिहाई पर पाक सांसद बोले- थर-थर कांप रहे थे बाजवा, हमले का था डर

भारत ने आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा भी वापस ले लिया था. देश ने कहा था कि विदेश मंत्रालय हर संभव कूटनीतिक कदम उठाएगा.

अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने आतंकी हमले के मद्देनजर भारत को अपना मजबूत समर्थन देने की भी बात कही.

Last Updated : Oct 30, 2020, 9:14 AM IST
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