नई दिल्ली/नोएडा : नोएडा के सेक्टर 51 स्थित निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने महिला के पेट में लगभग 23 सेंमी लंबा पाइप छोड़ दिया. महिला ने गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए प्रबंधन, डॉक्टर और नर्स के खिलाफ केस दर्ज कराया है. हालांकि अस्पताल प्रबंधन ऐसे किसी भी आरोप से इंकार कर रहा है. दरअसल, नोएडा के सेक्टर 51 स्थित निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने ऑपरेशन के दौरान लापरवाही से महिला के पेट में 23 सेंमी लंबा पाइप छोड़ दी थी. इस मामले में सीएमओ ने शनिवार को एक कमेटी बना कर जांच कराई तो डॉक्टरों की लापरवाही सही पाई गई. वहीं पीड़िता की शिकायत पर सेक्टर 49 थाने की पुलिस ने ऑपरेशन करने वाली टीम के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. पुलिस जल्द ही आरोपियों से पूछताछ करेगी.
डीसीपी नोएडा राम बदन सिंह ने बताया कि दिल्ली के पटपड़गंज की रहने वाली महिला 2 फरवरी को सेक्टर 51 स्थिति निजी अस्पताल में गर्भाशय फाइब्रॉएड रिमूवल सर्जरी कराई थीं . इसी दौरान डॉक्टरों ने महिला के पेट में एक नली छोड़कर टांके लगा दिए. उसी दौरान महिला ने पेट में दर्द की शिकायत की तो डॉक्टरों ने मांसपेशियों का दर्द बता कर जल्दी ठीक होने का आश्वासन देकर डिस्चार्ज कर दिया था .
डॉक्टरों से की पेट दर्द की शिकायत : कुछ दिन बाद दर्द बढ़ने लगा तो पीड़िता दोबारा अस्पताल आयी, तब डॉक्टरों ने छह से सात महीने में दर्द कम होने की बात कही, लेकिन जब महिला को असहनीय दर्द होने लगा, तो उसके पति उसे घर के पास निजी अस्पताल लेकर गए और अल्ट्रासाउंड कराया. वहां के डॉक्टर भी रिपोर्ट देखकर चौंक गए. पेट में नली होने की जानकारी मिली. इसके बाद दोबारा ऑपरेशन कर नली निकाली गई. महिला ठीक होने के बाद पुलिस के पास पहुंची सारी घटना के बारे में बताया.
सीएमओ ने करवायी मामले की जांच : इस घटना की जानकारी जब नोएडा के सीएमओ को मिली तो उनके द्वारा मामले की जांच कराने का निर्णय लिया गया. सीएमओ ने टीम बनाकर जांच की तो मामला सही पाया गया. फिलहाल पुलिस जल्द ही डॉक्टरों की टीम से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई करने की बात कह रही है. वहीं महिला द्वारा लगाए गए सभी आरोप सही पाए गए हैं.
अस्पताल प्रबंधन ने आरोप से किया इनकार : अस्पताल प्रबंधन ने इस तरह के किसी भी आरोप से इंकार कर दिया है. मामले की पुलिस जांच कर रही है. नोएडा जोन के एडीसीपी मनीष मिश्रा के अनुसार महिला की शिकायत पर सेक्टर-49 थाने में अब अस्पताल प्रबंधक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और तथ्यों पर जांच की जा रही है.
ये भी पढ़ें :