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यहां पुलिस के जवानों को हर पल लगा रहता है जान का डर, नहीं रहना चाहते इस बैरक में - Khastahal Kotwali Building

रुद्रपुर स्थित रुद्रपुर कोतवाली में बनी बैरक की बिल्डिंग का है जो पूरी तरह खस्ताहाल हो चुकी है. आलम ये है कि बैरक की छत की सरिया साफ-साफ दिखाई देने लगा है. बिल्डिंग का इतना बुरा हाल है कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

खस्ताहाल रुद्रपुर कोतवाली बिल्डिंग
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Published : May 30, 2019, 6:33 PM IST

रुद्रपुर: दूसरों को सुरक्षा मुहैया कराने वाली पुलिस रुद्रपुर में खुद राम भरोसे है. ताजा मामला उधम सिंह नगर के जिला मुख्यालय से सामने आया है. यहां सिपाहियों के लिए बनाए गये बैरक ही समस्या का बड़ा कारण बने हुए हैं. दरअसल जिला मुख्यालय में सिपाहियों के लिए बनाए गये बैरक खस्ताहाल हो चुके हैं. जिसके कारण सिपाहियों को मजबूरी में बैरक में दिन बिताने पड़ रहे हैं. वहीं बैरक की स्थिति को लेकर अधिकारी प्रस्ताव बनाकर भेजे जाने की बात कह रहे हैं.

खस्ताहाल रुद्रपुर कोतवाली बिल्डिंग

मामला जिला मुख्यालय रुद्रपुर स्थित रुद्रपुर कोतवाली में बनी बैरक की बिल्डिंग का है जो पूरी तरह खस्ताहाल हो चुकी है. आलम ये है कि बैरक की छत की सरिया साफ-साफ दिखाई देने लगा है. बिल्डिंग का इतना बुरा हाल है कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. बावजूद कोतवाली में तैनात सिपाही और दरोगा खस्ताहाल बैरक में रहने को मजबूर हैं. बैरक में रहने वाले सिपाहियों की मानें तो आये दिन छत से प्लास्टर गिरता रहता है. जिससे कई बार सिपाही चोटिल होते-होते बचे हैं. हालांकि इस मामले पर कोई भी सिपाही कैमरे के आगे कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुआ.

पढ़ें-4 लाख से अधिक रुपए में बिका 0001 नंबर, VIP नंबर को लेकर बढ़ा क्रेज

मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि कोतवाली में बने बैरक अंग्रेजों के जमाने के हैं. जिनका विभाग समय-समय पर मरम्मत भी करवाता है. वहीं पुलिस क्षेत्राधिकारी हिमांशु शाह से जब खस्ताहाल बैरक के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बैरक को लेकर पीएचक्यू से कई बार पत्राचार किया गया है. उन्होंने बताया कि बैरक के संबंध में प्रस्ताव बनाकर पीएचक्यू को भेज दिया गया है.

रुद्रपुर: दूसरों को सुरक्षा मुहैया कराने वाली पुलिस रुद्रपुर में खुद राम भरोसे है. ताजा मामला उधम सिंह नगर के जिला मुख्यालय से सामने आया है. यहां सिपाहियों के लिए बनाए गये बैरक ही समस्या का बड़ा कारण बने हुए हैं. दरअसल जिला मुख्यालय में सिपाहियों के लिए बनाए गये बैरक खस्ताहाल हो चुके हैं. जिसके कारण सिपाहियों को मजबूरी में बैरक में दिन बिताने पड़ रहे हैं. वहीं बैरक की स्थिति को लेकर अधिकारी प्रस्ताव बनाकर भेजे जाने की बात कह रहे हैं.

खस्ताहाल रुद्रपुर कोतवाली बिल्डिंग

मामला जिला मुख्यालय रुद्रपुर स्थित रुद्रपुर कोतवाली में बनी बैरक की बिल्डिंग का है जो पूरी तरह खस्ताहाल हो चुकी है. आलम ये है कि बैरक की छत की सरिया साफ-साफ दिखाई देने लगा है. बिल्डिंग का इतना बुरा हाल है कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. बावजूद कोतवाली में तैनात सिपाही और दरोगा खस्ताहाल बैरक में रहने को मजबूर हैं. बैरक में रहने वाले सिपाहियों की मानें तो आये दिन छत से प्लास्टर गिरता रहता है. जिससे कई बार सिपाही चोटिल होते-होते बचे हैं. हालांकि इस मामले पर कोई भी सिपाही कैमरे के आगे कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुआ.

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मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि कोतवाली में बने बैरक अंग्रेजों के जमाने के हैं. जिनका विभाग समय-समय पर मरम्मत भी करवाता है. वहीं पुलिस क्षेत्राधिकारी हिमांशु शाह से जब खस्ताहाल बैरक के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बैरक को लेकर पीएचक्यू से कई बार पत्राचार किया गया है. उन्होंने बताया कि बैरक के संबंध में प्रस्ताव बनाकर पीएचक्यू को भेज दिया गया है.

Intro:एंकर - दुसरो को सुरक्षा मुहैया करने वाली पुलिस खुद ही सुरक्षित है। मामला उधम सिंह नगर जिला मुख्यालय रूद्रपुर का है। जहाँ पर बने बैरक खस्ता हाल हो चूके है। आलम ये है कि बैरक में रहने वाले सिपाही मजबूरी में रहने को मजबूर है। वही अधिकारी बैरक को लेकर प्रस्ताव बना कर पीएचक्यू को भेजे जाने की बात कह रहे है।


Body:वीओ - जिस पुलिस के भरोसे शहर के लोग सुरक्षित महसूस करते है। उसी विभाग की लापरवाही की वजह से जवान अशुरक्षित है। मामला जिला मुख्यालय रुद्रपुर में स्थित रूद्रपुर कोतवाली में बनी बैरक की बिल्डिंग का है जो पूरी तरह खस्ता हाल हो चूकी है। आलम ये है कि बैरक की छत में सरिया दिखाई देने लगी है। बिल्डिंग का इतना बुरा हाल है कि कभी भी छत भर भरा कर नीचे गिर सकती है। इसके बावजू भी कोतवाली में तैनात कई सिपाही ओर दरोगा बिल्डिंग में रहने को मजबूर है। बैरक में रहने वाले सिपाहियों की माने तो आये दिन छत का मसाला गिरता रहता है। जिससे कई बार सिपाहियों चोटिल होते होते बचे है। हालांकि कोई भी सिपाही कैमरे के आगे कुछ भी बोलने को तैयार नही। प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली में बने बैरक अंग्रेजो के जमाने से चलते हुए आ रहे है समय समय पर विभाग द्वारा भवन की मरमत भी कराई गई बावजूद इसके अब बैरक खस्ता हाल हो चुके है।

वही पुलिस क्षेत्राधिकारी हिमांशु शाह से जब खस्ता हाल बैरक के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बैरक को लेकर पीएचक्यू से कई बार पत्राचार किया गया है। बैरक का प्रस्ताव भी बना कर भेजा गया है।

बाइट - हिमांशु शाह, पुलिस क्षेत्राधिकारी रुद्रपुर।


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