ETV Bharat / city

परिवार न्यायालय: उत्तराखंड में 16 हजार केस पेंडिंग, यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होने पर होगा इजाफा

उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की तैयारी है. अगर ऐसा होता है तो पारिवारिक विवाद से जुड़े केस बेहद बढ़ जाएंगे. दरअसल उत्तराखंड में जनवरी 2022 के प्रारंभ तक परिवार न्यायालयों में विवाह तलाक आदि परिवार सम्बन्धी 15,997 केस लंबित हैं.

Kashipur Family Court
काशीपुर परिवार न्यायालय
author img

By

Published : May 14, 2022, 10:31 AM IST

काशीपुर: काशीपुर के आरटीआई एक्टिविस्ट द्वारा मांगी गई आरटीआई से खुलासा हुआ है कि उत्तराखंड में जनवरी 2022 के प्रारंभ में परिवार न्यायालयों में विवाह तलाक आदि परिवार सम्बन्धी 15,997 केस लंबित हैं. ऐसे में जब समान नागरिक संहिता लागू करने की मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा की गयी है तो इसके लागू होने के बाद इसमें भारी बढ़ोत्तरी होगी. इसके साथ ही लंबित केसों के निपटारों में और अधिक समय लगने की प्रबल संभावना है.

काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीमउद्दीन एडवोकेट ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय के लोक सूचना अधिकारी से उत्तराखंड उच्च न्यायालय के अधीनस्थ परिवार न्यायालय में लम्बित वैवाहिक (तलाक, विवाह विच्छेद, पृथकीकरण आदि) केसों की सूचना मांगी थी. इसके जवाब में उत्तराखंड उच्च न्यायालय के राज्य लोक सूचना अधिकारी/ज्वाइंट रजिस्ट्रार ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय के अधीनस्थ परिवार न्यायालयों में लम्बित परिवार न्यायालय सम्बधी वैवाहिक केसों के विवरण दिया.
ये भी पढ़ें: दहेज उत्पीड़न और मारपीट मामला, आरोपी को कोर्ट ने सुनाई दो साल की सजा

इसके तहत वर्ष 2022 के प्रारंभ में उत्तराखंड के जिलों में कुल 18 परिवार न्यायालयों में 15,997 केस लंबित थे. इसमें सर्वाधिक 5,047 केस हरिद्वार के 3 परिवार न्यायालयों, जबकि सबसे कम 150 केस टिहरी गढ़वाल के परिवार न्यायालय में लंबित हैं. नदीम को उपलब्ध विवरण के अनुसार अल्मोड़ा के परिवार न्यायालय में 257, देहरादून के तीन परिवार न्यायालयों में क्रमशः 968, 1048 तथा 1078, ऋषिकेश के परिवार न्यायालय में 583, विकासनगर में 526, हरिद्वार जिले के लक्सर परिवार न्यायालय में 328 तथा रुड़की में 2355 केस लंबित हैं.

इसी तरह नैनीताल के परिवार न्यायालय में 606, हल्द्वानी में 1465, कोटद्वार में 641, टिहरी गढ़वाल में 150, रुद्रपुर के दो परिवार न्यायालयों में क्रमशः 1022 तथा 354 तथा काशीपुर के परिवार न्यायालय में 1328 केस लंबित हैं. खटीमा के परिवार न्यायालयों में 742 केस लंबित हैं. नदीम को उपलब्ध परिवार न्यायालयों में लंबित केसों के दिसम्बर 2021 के विवरण से जिले के 18 परिवार न्यायालयों में विवाह, तलाक तथा परिवार सम्बन्धी अन्य मामलों के कुल 15,997 केस 2021 के अंत व 2022 के प्रारंभ में लंबित होना प्रकाश में आया है.

ये भी पढ़ें: नैनीताल हाईकोर्ट में फांसी की सजा मामले की सुनवाई, निचली अदालत को दिया ये आदेश

जिलावार केसों में अल्मोड़ा जिले के 1 परिवार न्यायालय में 257, देहरादून जिले के 5 परिवार न्यायालयों में 4203 केस, हरिद्वार जिले के 5 परिवार न्यायालयों में 5047, नैनीताल जिले के 2 परिवार न्यायालयों में 2071, पौड़ी गढ़वाल जिले के 2 परिवार न्यायालयों में 823, टिहरी गढ़वाल के 1 परिवार न्यायालय में 150 केस, उधमसिंह नगर जिले के 4 परिवार न्यायालयों में 3446 केस लंबित हैं.

काशीपुर: काशीपुर के आरटीआई एक्टिविस्ट द्वारा मांगी गई आरटीआई से खुलासा हुआ है कि उत्तराखंड में जनवरी 2022 के प्रारंभ में परिवार न्यायालयों में विवाह तलाक आदि परिवार सम्बन्धी 15,997 केस लंबित हैं. ऐसे में जब समान नागरिक संहिता लागू करने की मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा की गयी है तो इसके लागू होने के बाद इसमें भारी बढ़ोत्तरी होगी. इसके साथ ही लंबित केसों के निपटारों में और अधिक समय लगने की प्रबल संभावना है.

काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीमउद्दीन एडवोकेट ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय के लोक सूचना अधिकारी से उत्तराखंड उच्च न्यायालय के अधीनस्थ परिवार न्यायालय में लम्बित वैवाहिक (तलाक, विवाह विच्छेद, पृथकीकरण आदि) केसों की सूचना मांगी थी. इसके जवाब में उत्तराखंड उच्च न्यायालय के राज्य लोक सूचना अधिकारी/ज्वाइंट रजिस्ट्रार ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय के अधीनस्थ परिवार न्यायालयों में लम्बित परिवार न्यायालय सम्बधी वैवाहिक केसों के विवरण दिया.
ये भी पढ़ें: दहेज उत्पीड़न और मारपीट मामला, आरोपी को कोर्ट ने सुनाई दो साल की सजा

इसके तहत वर्ष 2022 के प्रारंभ में उत्तराखंड के जिलों में कुल 18 परिवार न्यायालयों में 15,997 केस लंबित थे. इसमें सर्वाधिक 5,047 केस हरिद्वार के 3 परिवार न्यायालयों, जबकि सबसे कम 150 केस टिहरी गढ़वाल के परिवार न्यायालय में लंबित हैं. नदीम को उपलब्ध विवरण के अनुसार अल्मोड़ा के परिवार न्यायालय में 257, देहरादून के तीन परिवार न्यायालयों में क्रमशः 968, 1048 तथा 1078, ऋषिकेश के परिवार न्यायालय में 583, विकासनगर में 526, हरिद्वार जिले के लक्सर परिवार न्यायालय में 328 तथा रुड़की में 2355 केस लंबित हैं.

इसी तरह नैनीताल के परिवार न्यायालय में 606, हल्द्वानी में 1465, कोटद्वार में 641, टिहरी गढ़वाल में 150, रुद्रपुर के दो परिवार न्यायालयों में क्रमशः 1022 तथा 354 तथा काशीपुर के परिवार न्यायालय में 1328 केस लंबित हैं. खटीमा के परिवार न्यायालयों में 742 केस लंबित हैं. नदीम को उपलब्ध परिवार न्यायालयों में लंबित केसों के दिसम्बर 2021 के विवरण से जिले के 18 परिवार न्यायालयों में विवाह, तलाक तथा परिवार सम्बन्धी अन्य मामलों के कुल 15,997 केस 2021 के अंत व 2022 के प्रारंभ में लंबित होना प्रकाश में आया है.

ये भी पढ़ें: नैनीताल हाईकोर्ट में फांसी की सजा मामले की सुनवाई, निचली अदालत को दिया ये आदेश

जिलावार केसों में अल्मोड़ा जिले के 1 परिवार न्यायालय में 257, देहरादून जिले के 5 परिवार न्यायालयों में 4203 केस, हरिद्वार जिले के 5 परिवार न्यायालयों में 5047, नैनीताल जिले के 2 परिवार न्यायालयों में 2071, पौड़ी गढ़वाल जिले के 2 परिवार न्यायालयों में 823, टिहरी गढ़वाल के 1 परिवार न्यायालय में 150 केस, उधमसिंह नगर जिले के 4 परिवार न्यायालयों में 3446 केस लंबित हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.