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प्रदीप बत्रा ने विधानसभा में की PWD के पूर्व अधिकारी की शिकायत, पेंशन रोकने की मांग

प्रदेश में सरकारी अधिकारियों की मनमानी का एक और मामला रुड़की से सामने आया है. यहां विधायक प्रदीप बत्रा ने पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी पर जनप्रतिनिधियों का लिहाज न करने का आरोप लगाते हुए विधानसभा में शिकायत की है. बत्रा ने विधायिका के विशेषाधिकार हनन के तहत लोकनिर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता रहे अशोक चौहान की शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंचाई है.

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प्रदीप बत्रा ने विधानसभा में की PWD के पूर्व अधिकारी की शिकायत
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Published : Dec 12, 2019, 7:33 PM IST

Updated : Dec 12, 2019, 8:39 PM IST

रुड़की: विधायक प्रदीप बत्रा ने लोकनिर्माण विभाग के पूर्व प्रमुख अभियंता की शिकायत विधानसभा में की है. ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रदीप बत्रा ने कहा कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों का कोई लिहाज नहीं कर रहे हैं. लिहाजा उन्हें मजबूरन इस तरह के अधिकारियों के खिलाफ सवैंधानिक तरीका अपनाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा की इस तरह के अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.

प्रदेश में सरकारी अधिकारियों की मनमानी का एक और मामला रुड़की से सामने आया है. यहां विधायक प्रदीप बत्रा ने पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी पर जनप्रतिनिधियों का लिहाज न करने का आरोप लगाते हुए विधानसभा में शिकायत की है. बत्रा ने विधायिका के विशेषाधिकार हनन के तहत लोकनिर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता रहे अशोक चौहान की शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंचाई है. जिस पर विधानसभा ने संज्ञान लेते हुए बत्रा को कार्रवाई का आश्वासन दिया है. हालांकि, अब यह अधिकारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं.

पढ़ें-गदरपुरः मित्र पुलिस पर बदसलूकी का आरोप, कैबिनेट मंत्री के घर पहुंची महिलाएं

लंबे समय से अधिकारी पर नजर बनाए थे बत्रा

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए प्रदीप बत्रा ने बताया कि पीडब्ल्यूडी के इस अधिकारी का बर्ताव अपने जिम्मेदारियों के प्रति बिल्कुल उदासीन रहा है. उन्होंने बताया अशोक चौहान क्षेत्र के विकासकार्यों में लगातार अड़चनें पैदा करते रहते थे. वे फाइलों को पास करने में जानबूझकर देरी करते थे. प्रदीप बत्रा ने कहा कि वे काफी टाइम से उनकी कार्यप्रणाली पर नजर रखे हुए थे.

पढ़ें-शादी समारोह से लौटते वक्त खाई में गिरी कार, एक की मौत तीन घायल

विकासकार्यों में पैदा करते थे अड़चन

प्रदीप बत्रा ने बताया कि पूर्व अधिकारी अशोक चौहान क्षेत्र में निर्माण कार्यों को लेकर विधायक द्वारा भेजे गए किसी भी प्रस्ताव या फिर मुख्यमंत्री की घोषणा के प्रस्ताव के कार्यों में लेटलतीफी करते थे. प्रमुख अभियंता के पास जब विकास कार्यों के एस्टीमेट बनाने के लिए फाइल आती थी तो वह समय से एस्टीमेट नहीं बनाते थे. अगर किसी मामले में एस्टीमेट बनाते भी थे तो उसमें इतनी खामियां होती थी कि वह शासन से बार-बार रिवाइज करने के लिए भेज दी जाती थी. जिसके कारण क्षेत्र के विकास कार्यों में देरी होती थी. जिसे देखते हुए उन्होंने उनके खिलाफ शिकायत की है.

पढ़ें-प्रथम नेशनल गंगा काउंसिल की तैयारियां अंतिम चरण में, CM त्रिवेंद्र ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश

प्रदीप बत्रा ने कहा कि प्रदेश में अधिकारियों का जनप्रतिनिधियों के प्रति इस तरह का रवैया सही नहीं है. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों से जनता की उम्मीद होती है और अगर अधिकारी ही उनकी नहीं सुनेंगे को विकास कार्य कैसे हो पाएंगे. बत्रा ने इस अधिकरी की पेंशन रोकने की मांग की है.

रुड़की: विधायक प्रदीप बत्रा ने लोकनिर्माण विभाग के पूर्व प्रमुख अभियंता की शिकायत विधानसभा में की है. ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रदीप बत्रा ने कहा कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों का कोई लिहाज नहीं कर रहे हैं. लिहाजा उन्हें मजबूरन इस तरह के अधिकारियों के खिलाफ सवैंधानिक तरीका अपनाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा की इस तरह के अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.

प्रदेश में सरकारी अधिकारियों की मनमानी का एक और मामला रुड़की से सामने आया है. यहां विधायक प्रदीप बत्रा ने पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी पर जनप्रतिनिधियों का लिहाज न करने का आरोप लगाते हुए विधानसभा में शिकायत की है. बत्रा ने विधायिका के विशेषाधिकार हनन के तहत लोकनिर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता रहे अशोक चौहान की शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंचाई है. जिस पर विधानसभा ने संज्ञान लेते हुए बत्रा को कार्रवाई का आश्वासन दिया है. हालांकि, अब यह अधिकारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं.

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लंबे समय से अधिकारी पर नजर बनाए थे बत्रा

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए प्रदीप बत्रा ने बताया कि पीडब्ल्यूडी के इस अधिकारी का बर्ताव अपने जिम्मेदारियों के प्रति बिल्कुल उदासीन रहा है. उन्होंने बताया अशोक चौहान क्षेत्र के विकासकार्यों में लगातार अड़चनें पैदा करते रहते थे. वे फाइलों को पास करने में जानबूझकर देरी करते थे. प्रदीप बत्रा ने कहा कि वे काफी टाइम से उनकी कार्यप्रणाली पर नजर रखे हुए थे.

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विकासकार्यों में पैदा करते थे अड़चन

प्रदीप बत्रा ने बताया कि पूर्व अधिकारी अशोक चौहान क्षेत्र में निर्माण कार्यों को लेकर विधायक द्वारा भेजे गए किसी भी प्रस्ताव या फिर मुख्यमंत्री की घोषणा के प्रस्ताव के कार्यों में लेटलतीफी करते थे. प्रमुख अभियंता के पास जब विकास कार्यों के एस्टीमेट बनाने के लिए फाइल आती थी तो वह समय से एस्टीमेट नहीं बनाते थे. अगर किसी मामले में एस्टीमेट बनाते भी थे तो उसमें इतनी खामियां होती थी कि वह शासन से बार-बार रिवाइज करने के लिए भेज दी जाती थी. जिसके कारण क्षेत्र के विकास कार्यों में देरी होती थी. जिसे देखते हुए उन्होंने उनके खिलाफ शिकायत की है.

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प्रदीप बत्रा ने कहा कि प्रदेश में अधिकारियों का जनप्रतिनिधियों के प्रति इस तरह का रवैया सही नहीं है. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों से जनता की उम्मीद होती है और अगर अधिकारी ही उनकी नहीं सुनेंगे को विकास कार्य कैसे हो पाएंगे. बत्रा ने इस अधिकरी की पेंशन रोकने की मांग की है.

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एंकर- रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा ने लोकनिर्माण विभाग के पूर्व प्रमुख अभियंता की शिकायत विधानसभा में की है। ईटीवी भारत से बात करते हुए विधायक बत्रा ने कहा कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों की नही रहे है लिहाजा मजबूरन इस तरह के अधिकारियों के खिलाफ हमे सवैंधानिक तरीका अपनाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा की इस अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए।

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रुड़की में विशेषाधिकार का उलंघन, अशोक चौहान, परमुख अभियंता, लोकनिर्माण विभाग


Body:वीओ- प्रदेश में सरकारी अधिकारियों की मनमानी की बानगी पेश करता एक प्रकरण सामने आया है। दरसल विधायिका के विशेषाधिकार हनन के तहत रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा ने लोकनिर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता रहे अशोक चौहान की शिकायत विधानसभा के जरिए मुख्यमंत्री तक पहुंचाई है। जिस पर विधानसभा ने संज्ञान लेते हुए आश्वासन की बात कही है। हालांकि अब यह अधिकारी सेवानिवृत्त हो चुका है।

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए प्रदीप बत्रा ने बताया कि पीडब्ल्यूडी का इस अधिकारी का बर्ताव अपने जिम्मेदारियों के प्रति बिल्कुल उदासीन रहा है। उन्होंने बताया अशोक चौहान क्षेत्र के विकास में लगातार अड़चनें पैदा करता थे और फाइलों में जानबूझकर देरी लगते थे जिसको देखते हुए उन्हें मजबूरन उन्हें विधानसभा में इसकी शिकायत करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अधिकारियों का जनप्रतिनिधियों के प्रति इस तरह का रवैया सही नहीं है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों से जनता की उम्मीद होती है और अगर अधिकारी जनप्रतिनिधियों के नहीं सुनेंगे तो जनता को राहत नहीं मिल पाएगी। उन्होंने इस अधिकरी की पेंशन रोकने की मांग की है।

बाइट- प्रदीप बत्रा, रुड़की विधायक


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Last Updated : Dec 12, 2019, 8:39 PM IST
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