ऋषिकेश: तीर्थनगरी ऋषिकेश और हरिद्वार में 1500 करोड़ रुपये की लागत से सीवर लाइन बिछाने का कार्य 2021 कुम्भ के बाद से शुरू कर दिया जाएगा. इसको लेकर नमामि गंगे और एक जर्मन बैंक (KFW)के बीच एमओयू साइन किया जा चुका है. इस योजना के तहत ऋषिकेश और हरिद्वार के हर घर और हर कॉलोनी को सीवर लाइन से जोड़ा जाएगा.
बता दें कि ऋषिकेश में 350 करोड की लागत से 180 किलोमीटर की सीवर लाइन शहर में और 30 किलोमीटर की लाइन ग्रामीण क्षेत्र में बिछाई जाएगी. साथ ही ऋषिकेश में एक 2 एमएलडी का सीवर ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाया जायेगा. वहीं इस योजना के तहत हरिद्वार में 1150 करोड़ के बजट के साथ 440 किलोमीटर की सीवर लाइन बिछाई जाएगी. कार्य 2021 कुंभ के बाद शुरू हो जाएगा. भारत सरकार द्वारा यह कार्य नमामि गंगे परियोजना के तहत करवाया जाएगा. विभाग ने इसकी डीपीआर तैयार कर ली है, साथ ही इसका बजट भी पास हो चुका है.
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नमामि गंगे परियोजना के महाप्रबंधक के के रस्तोगी ने बताया कि ऋषिकेश और हरिद्वार में 1500 करोड़ रुपये की लागत से 750 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन बिछाने को लेकर नमामि गंगे और एक जर्मन बैंक के बीच अनुबंध कर लिया गया है. इस योजना के तहत हरिद्वार में 440 किलोमीटर और ऋषिकेश में 210 किलोमीटर की सीवर लाइन बिछाई जाएगी. उन्होंने बताया कि कुंभ तक विभाग के द्वारा सभी तरह की कागजी कार्रवाई और टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. 2021 का कुंभ समाप्त होते ही इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा.