ऋषिकेश: स्कूली छात्रों में बाल संरक्षण की जानकारी को बढ़ाने के लिए 'बाल संरक्षण के लिए स्कूलों की भूमिका' विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें कई स्कूल के बच्चों ने प्रतिभाग किया. विजेता प्रतिभागियों को बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी ने सम्मानित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन छात्र-छात्राओं को इसकी जानकारी दें. जिससे कि बच्चों को इसके बारे में जागरुक किया जा सके.
तीर्थनगरी के एक स्कूल में बाल संरक्षण में स्कूलों की भूमिका विषय पर भाषण प्रतियोगिता की गई. जिसमें कई बच्चों ने प्रतिभाग किया. विजेता रहे प्रतिभागी छात्र - छात्राओं को बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी ने सम्मानित किया. उस दौरान उन्होंने स्कूल प्रबंधन, अध्यापकों व कार्यक्रम में मौजूद छात्र छात्राओं को मोबाइल फोन के दुरुपयोग के बारे में बताया.
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उषा नेगी ने कहा कि छात्र-छात्राएं मोबाइल फोन का इस्तेमाल पढ़ाई के लिए करें. इसके साथ ही उन्होंने बाल संरक्षण के कई बिंदुओं को भी समझाया. उषा नेगी ने कहा कि बाल संरक्षण के लिए सभी स्कूलों की भूमिका बेहद अहम होती है. उन्होंने कहा कि आज के समय में जिस तरह से बच्चे सड़कों पर भिक्षावृति करते दिखाई दे रहे हैं, यह बेहद चिंता का विषय है. सभी लोगों को बाल भिक्षा वृति को खत्म करने के लिए काम करना चाहिए.