ऋषिकेश: चंद्रभागा नदी के किनारे रहने वाले 500 परिवार खुले में जीवन जीने को मजबूर हैं. बीते दिनों नगर निगम ने इन परिवारों से छत छीन ली थी. जिसके बाद अब ये लोग बेसहारा हो चुके हैं. गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत चंद्रभागा नदी किनारे रहने वाले इन बेसहारा परिवारों से मिलने पहुंचे. इनकी दुर्दशा देखकर हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि वे इस मामले में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात करेंगे.
चंद्रभागा नदी किनारे बसी झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले बेसहारा लोगों को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का साथ मिला है. गुरुवार को ऋषिकेश पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चंद्रभागा नदी के किनारे जाकर पीड़ितों का हाल जाना. पीड़ितों की हालत देखने के बाद हरदा ने राज्य सरकार पर कड़े प्रहार किए. उन्होंने कहा कि इस तरह से अगर कभी भी कोई स्थान खाली कराया जाता है तो पहले वहां रहने वाले लोगों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाती है.
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हरीश रावत ने कहा कि अगर वे प्रदेश के मुखिया होते तो वे पहले यहां रहने वाले लोगों के लिए पहले स्थान चिह्नित करते. उसके बाद ही वे कुछ फैसला लेते. हरीश रावत ने वर्तमान भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सरकार पूंजीपतियों की सरकार है. इन्हें गरीबों से कोई लेना-देना नहीं है.
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हरीश रावत ने बेसहारा परिवारों को आश्वासन देते हुए कहा कि वे जल्द ही इस मामले में सीएम से बात करेंगे. इसके अलावा वे इस मामले में मानवाधिकार हनन की शिकायत भी करेंगे.