ऋषिकेश: एम्स ऋषिकेश में बेरोजगार युवाओं को नौकरी के नाम पर ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. पुलिस ने गिरोह के सरगना दीपक तोमर और महेश आर्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इससे पहले 26 जनवरी को इसी गिरोह के पांच सदस्यों की गिरफ्तार हुई थी.
पुलिस के मुताबिक एक गिरोह एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता था. जिसके बाद पुलिस ने दबिश देकर 26 जनवरी को फर्जी नियुक्ति पत्रों के साथ पांच लोगों को गिरफ्तार किया. तभी से गिरोह के सरगना की तलाश की जा रही थी. जिसके बाद बुधवार को पुलिस ने गिरोह के सरगना दीपक तोमर निवासी देहरादून और महेश आर्य निवासी पंजाब सिंह क्षेत्र, ऋषिकेश को गिरफ्तार किया. पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से फर्जी नियुक्ति पत्र समेत कई दस्तावेज बरामद किए हैं. जिस पर फर्जी हस्ताक्षर थे.
यह भी पढ़ें: विधायक कर्णवाल और चैंपियन के पुराने विवाद मामले पर कोर्ट सख्त, आईजी गढ़वाल से जांच रिपोर्ट की तलब
बता दें कि एम्स खुलने के बाद से ही लगातार नौकरी दिलवाने के नाम पर कई युवाओं को ठगों ने शिकार बनाया. वहीं एम्स प्रशासन की ओर से कई बार बयान जारी किया गया है कि आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ही नौकरी के बारे में जानकारी लें. कोई भी बाहरी व्यक्ति एम्स में नौकरी नहीं दिलवा सकता.