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एम्स में नौकरी के नाम पर बेरोजगारों को ठगने वाले गिरोह का सरगना फर्जी दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार

एक गिरोह एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता था. जिसके बाद पुलिस ने दबिश देकर 26 जनवरी को फर्जी नियुक्ति पत्रों के साथ पांच लोगों को गिरफ्तार किया. तभी से गिरोह के सरगना की तलाश की जा रही थी.

बेरोजगारों को ठगने वाले गिरोह का सरगना गिरफ्तार
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Published : Apr 24, 2019, 8:23 PM IST

ऋषिकेश: एम्स ऋषिकेश में बेरोजगार युवाओं को नौकरी के नाम पर ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. पुलिस ने गिरोह के सरगना दीपक तोमर और महेश आर्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इससे पहले 26 जनवरी को इसी गिरोह के पांच सदस्यों की गिरफ्तार हुई थी.

पुलिस के मुताबिक एक गिरोह एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता था. जिसके बाद पुलिस ने दबिश देकर 26 जनवरी को फर्जी नियुक्ति पत्रों के साथ पांच लोगों को गिरफ्तार किया. तभी से गिरोह के सरगना की तलाश की जा रही थी. जिसके बाद बुधवार को पुलिस ने गिरोह के सरगना दीपक तोमर निवासी देहरादून और महेश आर्य निवासी पंजाब सिंह क्षेत्र, ऋषिकेश को गिरफ्तार किया. पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से फर्जी नियुक्ति पत्र समेत कई दस्तावेज बरामद किए हैं. जिस पर फर्जी हस्ताक्षर थे.

बेरोजगारों को ठगने वाले गिरोह का सरगना गिरफ्तार

यह भी पढ़ें: विधायक कर्णवाल और चैंपियन के पुराने विवाद मामले पर कोर्ट सख्त, आईजी गढ़वाल से जांच रिपोर्ट की तलब

बता दें कि एम्स खुलने के बाद से ही लगातार नौकरी दिलवाने के नाम पर कई युवाओं को ठगों ने शिकार बनाया. वहीं एम्स प्रशासन की ओर से कई बार बयान जारी किया गया है कि आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ही नौकरी के बारे में जानकारी लें. कोई भी बाहरी व्यक्ति एम्स में नौकरी नहीं दिलवा सकता.

ऋषिकेश: एम्स ऋषिकेश में बेरोजगार युवाओं को नौकरी के नाम पर ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. पुलिस ने गिरोह के सरगना दीपक तोमर और महेश आर्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इससे पहले 26 जनवरी को इसी गिरोह के पांच सदस्यों की गिरफ्तार हुई थी.

पुलिस के मुताबिक एक गिरोह एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता था. जिसके बाद पुलिस ने दबिश देकर 26 जनवरी को फर्जी नियुक्ति पत्रों के साथ पांच लोगों को गिरफ्तार किया. तभी से गिरोह के सरगना की तलाश की जा रही थी. जिसके बाद बुधवार को पुलिस ने गिरोह के सरगना दीपक तोमर निवासी देहरादून और महेश आर्य निवासी पंजाब सिंह क्षेत्र, ऋषिकेश को गिरफ्तार किया. पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से फर्जी नियुक्ति पत्र समेत कई दस्तावेज बरामद किए हैं. जिस पर फर्जी हस्ताक्षर थे.

बेरोजगारों को ठगने वाले गिरोह का सरगना गिरफ्तार

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बता दें कि एम्स खुलने के बाद से ही लगातार नौकरी दिलवाने के नाम पर कई युवाओं को ठगों ने शिकार बनाया. वहीं एम्स प्रशासन की ओर से कई बार बयान जारी किया गया है कि आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ही नौकरी के बारे में जानकारी लें. कोई भी बाहरी व्यक्ति एम्स में नौकरी नहीं दिलवा सकता.

Intro:ऋषिकेश-- एम्स ऋषिकेश में बेरोजगार युवाओं को नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना दीपक तोमर और महेश आर्य को पुलिस ने एम्स के फर्जी दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है 26 जनवरी को इसी गिरोह के पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था जिसके बाद से लगातार गिरोह के सरगना की तलाश की जा रही थी।


Body:वी/ओ-- 26 जनवरी को ऋषिकेश पुलिस ने 5 लोगों को एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले 5 लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्रों के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था लेकिन गिरोह का सरगना फरार चल रहा था पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद गिरोह के सरगना दीपक तोमर जो की देहरादून का रहने वाला बताया जा रहा है और दूसरा महेश आर्य जो ऋषिकेश के पंजाब सिंह क्षेत्र धर्मशाला में रहता है पुलिस ने दोनों आरोपियों को फर्जी नियुक्ति पत्र एम्स के कई फर्जी दस्तावेज निदेशक के फर्जी हस्ताक्षर के पत्रों के साथ गिरफ्तार किया है पुलिस ने दोनों को संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।

बाईट--वीरेंद्र सिंह रावत(सीओ ऋषिकेश)


Conclusion:वी/ओ-- एम्स खुलने के बाद से ही लगातार एम्स में नौकरी दिलवाने के नाम पर कई ठग युवाओं को नौकरी का झांसा देकर ठगी का शिकार बना रहे हैं जबकि एम्स प्रशासन की ओर से कई बार बयान जारी किया गया है कि एम्स में नौकरी पाने के लिए वेबसाइट पर जाकर नौकरी के बारे में जान सकते हैं कोई भी बाहर का व्यक्ति एम्स के भीतर नौकरी नहीं दिलवा सकता।

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